लोहरदगा: अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मंगलवार को जिले में विभिन्न स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित हुए।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि यहां की महिलाएं महाराष्ट्र राज्य की अपेक्षा ज्यादा उर्जावान हैं। इनमें नेतृत्व क्षमता वाला गुण है।
यहा की महिलाएं खेती-बाड़ी करती हैं, घर संभालती हैं, बाहर के भी कार्य कर लेती हैं। कई अवसरों पर देखा जाता है कि लड़कियों की 10वीं की पढ़ाई जब पूरी होती है तो उसके माता-पिता उसका विवाह तय करने की सोचते हैं।
कृपया ऐसा ना करें। बेटियों को खूब पढ़ाएं। जब उनकी पढ़ाई पूरी हो जाय और वे अपने पैरों में खड़ी हो जायें तो ही उसकी शादी उसके लायक के लड़के से तय करें ताकि वह अपने पति से नजर से नजर मिलाकर बातें कर सकें।
कार्यक्रम में उपायुक्त ने जेएसएलपीएस के 38 सखी मंडलों के बीच 19 लाख रूपये का सामुदायिक निवेश निधि के रूप के ऋण वितरण किया ।
उपायुक्त द्वारा इस मौके पर तीन ग्राम संगठनों और दो महिला स्वयंसवेकों को बेहतर कार्य करने के लिए सम्मानित किया गया।कार्यक्रम में उपायुक्त ने कहा कि इस जिले में महिला स्वयं सहायता समूह बेहतर कार्य कर रहा है।
यहां के बनाये जा रहे उत्पादों की गुणवत्ता की भी काफी अच्छी है। इसे सिर्फ इस जिले या राज्य में सीमित ना रखा जाय बल्कि मुंबई, दिल्ली जैसे शहरों में पहुंचाया जाय।
डिजिटल माकेर्टिंग का तरीका अपनायें…
इसके लिए डिजिटल माकेर्टिंग का तरीका अपनायें। लोगों के रूझान के अनुसार उत्पाद तैयार करें। अपने ब्रांड को पहचान दिलायें।
कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त गरिमा सिंह ने कहा कि महिलाओं को अधिकार दिए जाने के मामले में काफी विकास हुआ है।
शैक्षणिक क्रियाकलापों में भी महिलाओं ने अपना लोहा मनवाया है। सभी अभिभावकों से अपील है कि अपने परिवार की महिला सदस्यों को बराबर का मौका दें ताकि वे अपने पैरों में खड़े हो सकें।
कार्यक्रम में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी मनीषा तिर्की और डालसा लोहरदगा सचिव आरती माला ने भी अपने विचार व्यक्त किये।