मुंबई: एशियाई बाजारों के रुख से उत्साहित घरेलू शेयर बाजारों में लगातार तीसरे दिन भी तेजी का सिलसिला जारी रहा और दोनों प्रमुख सूचकांक बृहस्पतिवार को 1.50 प्रतिशत से ज्यादा चढ़ गए।
विश्लेषकों का कहना है कि विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अनुकूल रुझान आने से भी घरेलू बाजारों को थोड़ा समर्थन मिला।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 817.06 अंक यानी 1.50 प्रतिशत बढ़कर 55,464.39 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 249.55 अंक यानी 1.53 प्रतिशत की उछाल के साथ 16,594 अंक के स्तर पर जाकर बंद हुआ।
सेंसेक्स की शुरुआत मजबूती के साथ हुई और एक समय यह 1,595.14 अंक की छलांग लगा गया। हालांकि, बाद में यूरोपीय बाजारों में दिखी कमजोरी और कच्चे तेल की कीमतों की वजह से इसमें नरमी आई। कारोबार के अंत में यह 55,464.39 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में से हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड, टाटा स्टील, एसबीआई, एक्सिस बैंक, इंडसइंड बैंक, बजाज फिनसर्व, नेस्ले और मारुति सुजुकी इंडिया लाभ में रहीं। इनके शेयर 5.17 प्रतिशत तक के फायदे में रहे।
इसके उलट टेक महिंद्रा, डॉ रेड्डीज लैब और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज को नुकसान उठाना पड़ा।
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, ‘‘रूस-यूक्रेन संकट को लेकर कुछ सकारात्मक संकेत मिलने से वैश्विक इक्विटी बाजारों में तेजी आई और जिंसों के दाम भी थोड़े नरम पड़े। इसकी वजह से भारतीय बाजार में भी मजबूती देखने को मिली।’’
इसके साथ ही उन्होंने पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजों से भी भारतीय बाजार को तेजी मिलने का जिक्र करते हुए कहा कि अब बाजार की नजर अमेरिका में मुद्रास्फीति के आंकड़ों पर रहेगी।
उन्होंने अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक होने तक बाजार में उठापटक बनी रहने की आशंका जताई।
एशिया के अन्य बाजारों में हांगकांग, तोक्यो एवं शंघाई बढ़त पर रहे। अमेरिका के बाजार भी बुधवार को खासी बढ़त लेने में सफल रहे थे। हालांकि, यूरोपीय बाजारों में दोपहर के सत्र में नरमी का रुख देखा गया।
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 4.91 प्रतिशत के उछाल के साथ 116.6 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर पहुंच गया।
विदेशी संस्थागत निवेशकों ने भारतीय बाजारों से निकासी का सिलसिला जारी रखा है। शेयर बाजार से उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार विदेशी निवेशकों ने बुधवार को 4,818.71 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की बिक्री की।