रांची: झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के दसवें दिन शुक्रवार को झारखंड में एनडीए और यूपीए के बाद एक अन्य मोर्चा का गठन किया गया है।
इस मोर्चा का नाम झारखंड लोकतांत्रिक मोर्चा रखा गया है। इसमें निर्दलीय विधायक सरयू राय, आजसू के सुदेश महतो, लंबोदर महतो और एनसीपी के कमलेश सिंह, बरकट्टा विधायक के अमित यादव शामिल हैं।
तीसरे मोर्चा की घोषणा शुक्रवार को झारखंड विधानसभा के बाहर सुदेश महतो ने प्रेस वार्ता कर दी है।
सुदेश महतो ने कहा…
सुदेश महतो ने कहा है कि जनता के आवाज को सरकार तक पहुंचाने के लिए यह मोर्चा गठित किया गया है। उन्होने कहा कि तीसरा मोर्चा में शामिल सभी लोग इस बात को लेकर सहमत है, भूमि पुत्रों के हित में राज्य में स्थानीय नियोजन नीति बनाया जाये।
सुदेश महतो ने कहा कि सदन के अंदर स्पीकर हमेशा दलीय पक्ष के सवालों पर ज्यादा जोर देते हैं। इससे हम लोगों का मूल एजेंडा गौण हो जाता है।
इसलिए हम पांच विधायकों ने संयुक्त रूप मोर्चा बनाकर यह प्रयास किया है कि अपनी बातों को वे स्पीकर के समक्ष रखेंगे।
सुदेश महतो ने यह भी कहा कि अगर सदन के बाहर जनहित के मुद्दे सामने आएंगे, तो उस पर भी यह तीसरा मोर्चा मजबूती के साथ अपना पक्ष रखेगा।
इस अवसर पर लंबोदर महतो ने कहा कि जनहित के मुद्दे, झारखंड के विकास के लिए यह तीसरा मोर्चा गठित किया गया है। मोर्चा सदन के अंदर और सदन के बाहर जनता के हित की लड़ाई लड़ेगी।