अहमदाबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण उत्तर प्रदेश समेत उत्तराखंड, मणिपुर तथा गोवा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इसलिए सत्ता बरकरार रख पाई क्योंकि लोगों ने विकास के लिए मतदान किया।
उन्होंने कहा कि विकास लोकतंत्र में निर्वाचित प्रतिनिधियों की सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।
पांच में से चार राज्यों में भाजपा के सत्ता में वापसी के एक दिन बाद गुजरात के दौरे पर आए मोदी ने पंचायत महासम्मेलन में राज्य में पंचायती राज संस्थाओं के एक लाख से अधिक प्रतिनिधियों को संबोधित किया।
चुनाव वाले राज्यों के मतदाताओं का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि लोगों को अब अहसास हो गया है कि सरकारें विकास करने के लिए चुनी जाती हैं।
प्रधानमंत्री ने सम्मेलन में अपने संबोधन में कहा, ‘‘लोकतंत्र की अपनी शक्ति है। लोकतंत्र की उस शक्ति के लिए धन्यवाद, कल हम चार राज्यों में सरकार बनाने में सक्षम हुए, जहां सत्तारूढ़ पार्टी ने अतीत में लगातार दूसरी बार सरकार नहीं बनाई थी।
अब, लोगों ने महसूस किया है कि एक लोकतंत्र में विकास निर्वाचित प्रतिनिधियों की प्राथमिकता होनी चाहिए।’’
गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर आए मोदी ने अपने संबोधन के दौरान महात्मा गांधी और सरदार पटेल का जिक्र किया और कहा कि ऐसे समय जब भारत आजादी के 75 साल का जश्न मना रहा है ‘राष्ट्रपिता’ के ग्रामीण विकास और ग्राम स्वराज के सपने को पूरा किया जाना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि गांवों को आत्मनिर्भर और मजबूत बनाने की जरूरत है तथा उन्होंने ग्रामीण केंद्रों के समग्र विकास के लिए ग्राम प्रतिनिधियों को लक्ष्य दिए।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘गुजरात बापू (महात्मा गांधी) और सरदार पटेल की भूमि है। बापू हमेशा ग्रामीण विकास, आत्मनिर्भर गांवों की बात करते थे। आज जब हम ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मना रहे हैं, हमें बापू के ग्रामीण विकास के सपने को पूरा करना चाहिए।’’
मोदी ने कहा, ‘‘ग्राम स्वराज के सपने को पूरा करने के लिए मजबूत पंचायती राज ढांचा महत्वपूर्ण है। सभी पंचायत सदस्य एवं सरपंच लक्ष्य प्राप्ति की दिशा में कार्य कर रहे हैं।’’
मोदी ने कहा कि महात्मा गांधी हमेशा ग्रामीण विकास, आत्मनिर्भरता और मजबूत गांवों की बात करते थे।
सम्मेलन में राज्य के ग्राम पंचायतों, तालुका पंचायतों और जिला पंचायतों के सरपंचों और अन्य निर्वाचित प्रतिनिधियों ने भाग लिया। प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम में इकट्ठा निर्वाचित प्रतिनिधियों को कई कार्य दिए।
उन्होंने कहा कि कार्यों में से एक गांव में स्कूल का स्थापना दिवस या ‘‘जन्मदिन’’ मनाना है ताकि आने वाली पीढ़ी शिक्षा के महत्व को समझ सके।
प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया, ‘‘आजादी का अमृत महोत्सव अगस्त 2023 तक चलेगा। उस समय तक प्रत्येक गांव कम से कम 75 कार्यक्रम आयोजित कर सकता है, जिसमें ग्रामीण सुबह तिरंगे के साथ गांव में घूमकर भगत सिंह और वीर सावरकर जैसे स्वतंत्रता सेनानियों की कहानियां सुनाएं।’’
उन्होंने निर्वाचित प्रतिनिधियों से स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में प्रत्येक गांव में 75 पेड़ों का एक छोटा वन तैयार का आग्रह किया।
मोदी ने कहा, ‘‘मैं यह भी चाहता हूं कि आप प्रत्येक गांव में कम से कम 75 किसानों को प्राकृतिक खेती करने के लिए प्रोत्साहित करें। इन 75 किसानों को हानिकारक रसायनों का प्रयोग बंद करने के लिए पहल करनी चाहिए।
यह धरती हमारी मां है और हमें उसे इन जहरीले रसायनों से मुक्त करना होगा। प्राकृतिक खेती से न सिर्फ पैसे की बचत होगी, बल्कि हमारी जमीन की भी रक्षा होगी।’’
गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल को याद करते हुए मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने भूजल पुनर्भरण के लिए मिट्टी से भरे बोरियों का उपयोग करके एक लाख बोरी-बंद या चेक डैम बनाने की एक परियोजना शुरू की थी।
प्रधानमंत्री ने पंचायत सदस्यों से बारिश के पानी को इकट्ठा करने और भंडारित करने के लिए अपने गांवों में इस तरह के किफायती चेक डैम बनाने का आग्रह किया।