रांची: राज्य के पूर्व मंत्री और पिछड़ा वर्ग संघर्ष मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष लालचंद महतो ने कहा कि पिछड़ों को झारखंड में जनसंख्या के हिसाब से 36 से 52 प्रतिशत तक आरक्षण मिलना चाहिए।
बुधवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए महतो ने कहा कि वर्तमान में पिछड़ों को 14 प्रतिशत ही मिल रहा है। पिछड़ों का हक मारा जा रहा है।
अब चुप नहीं रहेंगे। अपना संवैधानिक अधिकार हम छीन कर लेंगे। इसके लिए जोरदार आंदोलन किया जाएगा।
हर जिले में धरना प्रदर्शन चक्का जाम बृहद रूप से किया जाएगा। मंत्रियों एवं अधिकारियों के आवासों का भी घेराव किया जाएगा।
महतो ने कहा कि पिछड़ा वर्ग संघर्ष मोर्चा के नेतृत्व में 21 प्रमुख पिछड़ी जातियों के प्रतिनिधि राज्यपाल से मुलाकात करेंगे। साथ ही मांग करेंगे कि राज्य सरकार को बोलें कि पिछड़ों के आरक्षण को जल्द से जल्द लागू करें।
विधानसभा में सत्र के दौरान पिछड़ी जाति के पूर्व विधायक एक दिवसीय धरना देंगे। 25 मार्च तक चालू विधानसभा सत्र में सरकार पिछड़ों के 36 परसेंट आरक्षण की घोषणा नहीं करती है तो राज्यव्यापी आंदोलन किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि आंदोलन के पहले चरण में सभी जिलों में पिछडा जागरण रथ निकाला जाएगा। इसके बाद आंदोलन की व्यापक रूपरेखा तय की जाएगी।
प्रेसवार्ता में दिलीप सोनी, मोहम्मद खालिद, अब्दुल खालिक, सागर कुमार, रवीन्द्र वर्मा आदि उपस्थित थे।