धनबाद: जिले के महुदा मोड़ से “रन फॉर खतियान” की शुरुआत हुई जो शहर के रणधीर वर्मा चौक तक पहुंचा।
इस मार्ग पर विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात किया गया था। फिर भी केंदुआ में आंदोलनकारियों और पुलिस बल के बीच झड़प होते होते बची।
झारखंड भाषा संघर्ष समिति के बैनर तले आयोजित इस आंदोलन के नेता ने कहा कि जब तक खतियान नीति लागू नहीं हो जाता, उनका आंदोलन जारी रहेगा।
आने वाले समय में आंदोलन का अलग अलग रूप देखने को मिलेगा। हेमंत सरकार पर हमला करते हुए कहा कि बचे हुए तीन साल की अवधि यह सरकार पूरी नही कर पाएगी।
समय रहते सरकार खतियान नीति लागू कर राज्य में तृतीय और चतुर्थ श्रेणी की नौकरी सौ प्रतिशत खतियान धारकों के लिए आरक्षित करे।