नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को बंगाल की खाड़ी क्षेत्र देशों के समूह बिम्सटेक के वर्चुअल शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुये बिम्सटेक मौसम और जलवायु केंद्र के साथ-साथ बिम्सटेक सचिवालय के ऑपरेशनल बजट के लिए क्रमशः 30 लाख और 10 लाख डॉलर के योगदान की घोषणा की।
भारत के योगदान का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आपदा से सुरक्षा और बचाव के लिए मौसम एवं जलवायु केंद्र का काम करना बेहद जरूरी है।
उन्होंने कहा कि बिम्सटेक सचिवालय की क्षमताओं का हमारी आवश्यकता के अनुरूप बढ़ाया जाना जरूरी है।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में आगे कहा कि आज जब हमारा क्षेत्र स्वास्थ्य और आर्थिक सुरक्षा की चुनौतियों का सामना कर रहा है, हमारे बीच एकजुटता और सहयोग समय की मांग है। ऐसे में हमें मिलकर बंगाल की खाड़ी को संपर्क, समृद्धि और सुरक्षा का सेतु बनाना चाहिए।
अपने देशों के उद्यमियों और स्टार्टअप के बीच आदान-प्रदान भी बढ़ाना चाहिए
प्रधानमंत्री ने कोरोना महामारी की चुनौती और यूक्रेन घटनाक्रम का उल्लेख करते हुए बिम्सटेक देशों के बीच सहयोग के महत्व को भी रेखांकित किया।
उन्होंने कहा कि हमारे आपसी व्यापार को बढ़ाने के लिए बिम्सटेक एफटीए के प्रस्ताव पर शीघ्र प्रगति करना आवश्यक है। हमें अपने देशों के उद्यमियों और स्टार्टअप के बीच आदान-प्रदान भी बढ़ाना चाहिए।
इसी के साथ हमें व्यापार सुविधा के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय मानदंडों को अपनाने का भी प्रयत्न करना चाहिए।