रामगढ़: रामगढ़ जिले में चैती नवरात्र की शुरुआत आस्था एवं भक्ति पूर्ण माहौल में हुई है।
शनिवार को नवरात्र के पहले दिन मां छिन्नमस्तिके दरबार रजरप्पा में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। रजरप्पा मंदिर में श्रद्धालु अपनी मनोकामना पूर्ण करने के लिए कतार बंद होकर खड़े रहे।
मंदिर के पुजारी सुबोध पंडा ने बताया कि चैती नवरात्र में मां की विशेष पूजा की जाती है। हालांकि इस दौरान बलि की संख्या में थोड़ी कमी होती है।
लेकिन इसके बावजूद सबकी मनोकामना पूर्ण करने वाली मां छिन्नमस्तिका विशेष रूप से लोगों को अपना आशीर्वाद देती हैं।
नवरात्र में माता की विशेष कृपा उनके भक्तों पर बरसती है
यहां झारखंड के अलावा बिहार, उत्तर प्रदेश, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, आसाम, छत्तीसगढ़ से श्रद्धालु आते हैं और माता के दर्शन करते हैं।
पुजारी शुभ आशीष पंडा ने बताया कि श्रद्धालु माता के बीज मंत्र से नवरात्र में उन्हें खुश करने की कोशिश करते हैं। जो निर्मल हृदय से माता को याद करता है माता उसकी पुकार जरूर सुनती हैं।
इस नवरात्र में माता की विशेष कृपा उनके भक्तों पर बरसती है। नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरुपों मां शैलपुत्री, मां ब्रह्मचारिणी, मां चंद्रघंटा, मां कूष्मांडा, मां स्कंदमाता, मां कात्यायनी, मां कालरात्रि, मां महागौरी और मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना की गई।