कोलंबो : पड़ोसी देश श्रीलंका में गंभीर आर्थिक संकट के बीच हालात बदतर होते जा रहे हैं। श्रीलंका में 36 घंटे के कर्फ्यू के दौरान प्रदर्शन और विरोध के बीच प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए और 664 लोगों को गिरफ्तार किया है।
सरकार द्वारा लगाए कर्फ्यू का उल्लंघन करने के लिए विपक्षी सांसदों ने अपने नेता सजित प्रेमदासा के नेतृत्व में ऐतिहासिक इंडिपेंडेंस स्क्वायर की ओर विरोध मार्च निकाला था।
सरकार ने विरोध प्रदर्शन के इस पूर्व नियोजित कार्यक्रम के मद्देनजर शनिवार को कर्फ्यू की घोषणा की थी। प्रेमदासा का कहना था कि हम प्रदर्शन करने से संबंधित जनता के अधिकारों का हनन करने के लिए सरकार द्वारा सार्वजनिक सुरक्षा अध्यादेश का दुरुपयोग करने का विरोध कर रहे हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार रविवार को पश्चिमी प्रांत में कुल 664 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया।
रविवार को 53 वर्षीय एक व्यक्ति नशे की हालत में राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के निजी आवास के बाहर बिजली के खंभे पर चढ़ गया और करंट की चपेट में आ गया। राष्ट्रपति राजपक्षे ने शुक्रवार देर रात एक विशेष गजट अधिसूचना जारी कर श्रीलंका में एक अप्रैल से आपातकाल लगा दिया था। साथ ही शनिवार शाम छह बजे से सोमवार सुबह छह बजे तक 36 घंटे का कर्फ्यू लगाया था।
इस बीच प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के इस्तीफा देने की अटकलों ने जोर पकड़ा, जिसे प्रधानमंत्री कार्यालय ने खारिज करते हुए कहा कि ऐसी खबरें झूठी हैं, ऐसी कोई योजना नहीं है।
सरकार ने रविवार को इंटरनेट मीडिया तक जनता की पहुंच को खत्म करने के लिए इंटरनेट सेवा पर भी रोक लगाने का आदेश दिया था और लोगों के एक जगह इकट्ठा होने पर रोक लगा दी थी। हालांकि करीब 15 घंटे बाद इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई।
रिपोर्ट के मुताबिक एक संघीय सांसद ने बताया कि पुलिस ने रविवार को मध्य श्रीलंका में सैकड़ों प्रदर्शनकारी छात्रों पर आंसू गैस के गोले दागे।
एयर इंडिया ने रविवार को कहा कि वह मांग में कमी के चलते नौ अप्रैल से भारत-श्रीलंका के बीच अपनी उड़ानों की संख्या प्रति सप्ताह 16 से घटाकर 13 करेगी। एयर इंडिया के प्रवक्ता ने बताया कि प्रति सप्ताह दिल्ली से संचालित होने वाली उड़ानों की संख्या सात से घटाकर चार कर दी जाएंगी।