रांची: झारखंड में रामनवमी पर्व शांतिपूर्ण और सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में संपन्न कराने के लिए पुलिस-प्रशासन अलर्ट मोड पर है।
पुलिस मुख्यालय की तरफ से रामनवमी को लेकर जिलों के एसपी को अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है।
पुलिस मुख्यालय राज्य में रामनवमी को लेकर विधि-व्यवस्था के लिए रांची, जमशेदपुर, हजारीबाग, दुमका, देवघर, लोहरगदा, गिरिडीह, खूंटी और धनबाद जिले में विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया है। पुलिस मुख्यालय ने इन सभी जिलों के एसपी को विशेष निर्देश दिए हैं।
मुख्यालय की ओर से कहा गया है कि संवेदनशील जिलों में विधि-व्यवस्था के लिए विशेष सतर्कता बरतनी होगी।
असामाजिक तत्वों पर निगरानी रखने और उनके खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया गया है।
पहली बार रामनवमी पर संवेदनशील जिलों में वरिष्ठ आइपीएस अधिकारियों को प्रतिनियुक्त किया गया
राज्य भर में एडीजी रैंक से एसपी रैंक तक के 21 आईपीएस अधिकारी, डीएसपी, इंस्पेक्टर के अलावा चार हजार पुलिस कर्मी और चार हजार होमगार्ड की अतिरिक्त प्रतिनियुक्ति की जायेगी।
खुफिया विभाग के अनुसार राज्य में पहली बार रामनवमी पर संवेदनशील जिलों में वरिष्ठ आइपीएस अधिकारियों को प्रतिनियुक्त किया गया है।
शनिवार सुबह से ही सभी सीनियर पदाधिकारी संबंधित जिलों में कैंप करना शुरू कर देंगे।
खुफिया विभाग के अनुसार रामनवमी जुलूस में शामिल होकर कुछ असामाजिक तत्व झारखंड में सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने की कोशिश कर सकते हैं।
हजारीबाग में एडीजी मुख्यालय के अलावा एक डीआइजी और एक अतिरिक्त एसपी को लगाया गया है।
इसी प्रकार जमशेदपुर में आइजी मानवाधिकार के अलावा दो अतिरिक्त एसपी स्तर के पदाधिकारियों को लगाया गया है। लोहरदगा में एक डीआइजी के अलावा एक अतिरिक्त एसपी को भी लगाया गया है।
सीसीटीवी और ड्रोन कैमरे से निगरानी
रामनवमी पर्व को लेकर रांची, जमशेदपुर, चतरा गिरीडीह और हजारीबाग जैसे संवेदनशील जिलों पर पुलिस की विशेष नजर है।
रामनवमी में निकलने वाले जुलूस में शामिल असामाजिक तत्वों की निगरानी के लिए ड्रोन कैमरे से नजर रखी जायेगी।
साथ ही सीसीटीवी से भी निगरानी की जायेगी, ताकि किसी की पहचान करने में परेशानी न हो। पुलिस जुलूस निकलने वाले वैसे इलाके में लाइटिंग की व्यवस्था करवा रही है, जहां अंधेरा रहता है।
नौ जिलों की सुरक्षा की जिम्मेवारी इन अधिकारियों पर
– रांची में संचार एवं तकनीकी सेवाएं झारखंड के एसपी विनीत कुमार को यहां सहयोग में लगाया गया है।
– हजारीबाग जिले में झारखंड पुलिस में एडीजी मुख्यालय मुरारी लाल मीना नेतृत्व करेंगे। इन्हें सहयोग करने के लिए गृह रक्षा वाहिनी शाह अग्निशमन के डीआइजी दीपक कुमार सिन्हा और जीएपीटीसी पद्मा के एसपी किशोर कौशल को लगाया गया है।
– दुमका प्रक्षेत्र में झारखंड पुलिस के एडीजी प्रशिक्षण टी. कंदासामी नेतृत्व करेंगे।
– जमशेदपुर में झारखंड पुलिस के आइजी मानवाधिकार अखिलेश कुमार झा करेंगे नेतृत्व। इन्हें सहयोग करने के लिए आतंकवाद निरोधी दस्ता के एसपी प्रशांत आनंद और रेल जमशेदपुर के एसपी ऋषभ कुमार झा को लगाया गया है।
– देवघर में झारखंड पुलिस की डीआईजी कार्मिक ए. विजयालक्ष्मी सुरक्षा की कमान संभालेंगी।
– लोहरदगा में अपराध अनुसंधान विभाग के डीआइजी सुनील भास्कर नेतृत्व करेंगे। इन्हें सहयोग करने के लिए जंगल वारफेयर स्कूल नेतरहाट के एसपी पीयूष पांडे को लगाया गया है।
– गिरिडीह में यहां डीआइजी बजट डाक्टर शम्स तबरेज नेतृत्व करेंगे इन्हें एससीआरबी झारखंड के एसपी खोत्रे श्रीकांत सुरेश राव सहयोग करेंगे।
– खूंटी में डीआइजी रांची अनीश गुप्ता यहां सुरक्षा की कमान संभालेंगे।
– धनबाद में जैप-4 बोकारो के समादेष्टा अश्विनी कुमार सिन्हा यहां तैनात किए जाएंगे।
– झारखंड पुलिस मुख्यालय (रिजर्व) एडीजी अभियान संजय आनंद राव लाठकर, आइजी प्रशिक्षण प्रिया दुबे, आइजी अभियान अमोल विनुकांत होमकर पूरे प्रदेश पर नजर रखेंगे।
– डीजीपी कंट्रोल रूम जैप-2 के कमांडेंट इंद्रजीत महथा, एसपी धनंजय सिंह और जैप-10 की कमांडेंट संध्या रानी मेहता यहां तैनात रहेंगी।
सीआरपीएफ रैपिड एक्शन फोर्स की पांच कंपनियां रहेंगी तैनात
इस बार झारखंड में सीआरपीएफ की रैपिड एक्शन फोर्स की पांच कंपनियों को संवेदनशील जिलों में तैनात किया जा रहा है। इसके अलावा 10 हज़ार से अधिक अतिरिक्त जवान जिलों में तैनात किए जा रहे हैं।
25 अतिरिक्त डीएसपी, 10 इंस्पेक्टर, 190 दारोगा-जमादार और खुफिया विभाग के 50 सब इंस्पेक्टर को जिलों में तैनात कर दिया गया है।
रैपिड एक्शन फोर्स के अलावा झारखंड पुलिस की रैपिड एक्शन पुलिस, आतंकवाद निरोधी दस्ता की एक कंपनी, डॉग स्क्वायड, अश्रु गैस, अग्निशमन की गाड़ियां और सशस्त्र बल के जवान भी लगाए गए हैं। करीब 4200 लाठीधारी जवान और 5000 गृह रक्षक भी जिलों में तैनात कर दिए गए हैं।