पाकुड़ : पिछले पांच सालों से बंद पड़ी पचुवाड़ा सेंट्रल कोल ब्लॉक से लगभग 90 करोड़ रुपये के सामान (मशीन सहित) चोरी हो गए। यह अबतक की सबसे बड़ी चोरी की घटना है।
इतनी बड़ी चोरी की घटना के बाद पुलिस की नींद उड़ गई है। चोरी की सूचना से इलाके में खलबली मच गई है। कंपनी के प्रतिनिधि गौतम सामंता ने बुधवार की देर शाम अमड़ापाड़ा थाना में मामला दर्ज कराया है।
थाना प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। जांच जारी है। जल्द ही चोरी का खुलासा हो जाएगा।
एमटा अधिकारी कर सकते हैं दौरा
थाना में शिकायत के बाद कोल कंपनी एमटा की नींद खुली है। अमड़ापाड़ा पुलिस अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है।
1 अप्रैल 2015 से सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर कोयला खदान बंद है। चोरी की गई मशीनों को जिले से बाहर भेजा गया है।
एमटा के अधिकारी चोरी की घटना का जायजा लेने शीघ्र ही अमड़ापाड़ा पहुंच सकते हैं। यह चोरी लगातार 5 वर्षों से हो रही थी। इसकी भनक किसी को नहीं लगी।
क्या-क्या हुई चोरी
कंपनी के प्रतिनिधि ने बताया कि पिछले 5 वर्षों में 5 करोड़ की लागत वाली 2 सरफेस माइनर मशीन, 4 करोड़ की लागत वाली 100 टन का 4 डंपर, 1 करोड़ की लागत वाली 9 ड्रील मशीन, 1 करोड़ की लागत वाली 5 व्हील डोजर, 30 लाख की लागत वाली 7 पानी टैंकर, 20 लाख की लागत वाली डीजल जेनरेटर, 27 करोड़ की लागत वाली 27 अलग-अलग मशीनों के अलावा वर्कर्स कॉलोनी के खिड़की, दरवाजे, कुर्सी, टेबल, टीवी आदि जिसकी कीमत करीब 5 करोड़ है कि चोरी कर ली गई। इतना ही नहीं, चोरों ने न सिर्फ चोरी की घटना को अंजाम दिया बल्कि पूरी कॉलोनी को तहस-नहस कर दिया है।