रांची: राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा कि राज्य में गर्मी का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। ऐसे में स्कूलों का संचालन करना है या नहीं, इसकी समीक्षा कर जल्द निर्णय लिया जाएगा।
महतो सोमवार को गिरिडीह पहुंचे और परिसदन भवन में शिक्षा और उत्पाद विभाग के पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के दौरान बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि प्राइवेट स्कूल राज्य सरकार के अधीन नहीं है।
क्योंकि लॉकडाउन के दौरान राज्य सरकार ने कई फैसले लिए, लेकिन प्राइवेट स्कूलों ने सरकार के फैसले को ही मानने से इनकार कर दिया।
शिक्षा मंत्रालय ने प्राइवेट स्कूलों को कई शुल्क लेने से मना किया था। लेकिन प्राईवेट स्कूलों ने कोई शुल्क नहीं छोड़ा। मंत्री ने कहा कि शिक्षा मंत्रालय जल्द ही प्राइवेट स्कूलों को लेकर फैसले लेगी।
एक सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा कि दो सालों में सिलेबस छूटा है। उसे दूसरी बार पूरा नहीं किया जा सकता है।
हेमंत सरकार भी इस मुद्दे पर एकमत है
लेकिन नए प्रस्ताव के अनुसार आंगनबाड़ी केन्द्रों में अब खेल-खेल के बीच बच्चों को कक्षा एक तक की पढ़ाई शुरु कराने पर विचार किया जा रहा है।
मंत्री ने यह भी कहा कि अचार संहिता जिस दिन खत्म होगा, उसके कुछ दिनों बाद राज्य में 26 हजार शिक्षकों की बहाली कराई जाएगी। साथ ही छह हजार नए पद भी सृजित किए जाएंगे।
एक सवाल के जवाब में मंत्री ने लोबिन हेम्ब्रम के आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि गिरिडीह के सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने कभी भी 1932 के खातियान को मानने से इनकार नहीं किया है।
सिर्फ लोबिन हेम्ब्रम के आरोपों को गंभीरता से क्यों लिया जाता है, पार्टी के दूसरे विधायकों का सुझाव को भी लोगों को सुनना चाहिए। क्योंकि हेमंत सरकार भी इस मुद्दे पर एकमत है।