लोहरदगा: जिले में हुए सांप्रदायिक हिंसा की घटना की निष्पक्ष जांच होगी। इसको लेकर डीआईजी के निर्देश पर एसआईटी का गठन किया गया है। एसआईटी का नेतृत्व एसडीपीओ वशिष्ठ नारायण सिंह करेंगे।
यह जानकारी गुरूवार को एसपी आर रामकुमार ने पत्रकारों को दी। उन्होंने बताया कि अब तक इस मामले में 14 एफआईआर दर्ज किया गया है। वहीं अब तक कुल आठ लोगों की गिरफ्तारी की गई है।
उन्होंने हिरही सहित विभिन्न गांवों में पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल की तैनाती की गई है। साथ ही 24 घंटे पेट्रोलिंग भी की जा रही है।
उन्होंने बताया कि जिले में शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए गांव गांव में शांति समिति की बैठक की जा रही है। जल्द ही हर मुहल्ले में शांति समिति की बैठक आयोजित की जाएगी।
मौके पर एसपी आर रामकुमार ने जिले लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए किसी प्रकार की सूचना या जानकारी पुलिस प्रशासन तक पहुंचाने की बात कही। उन्होंने कहा कि सूचना देने वाले का नाम और पता गोपनीय रखा जाएगा।
टीम पूरे मामले में प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ के आधार पर निष्पक्ष जांच करेगी
एसपी ने बताया कि डीआईजी के निर्देश पर गठित एसआईटी में तीन डीएसपी को शामिल किया गया है। इस टीम में एसडीपीओ वशिष्ठ नारायण सिंह को टीम लीडर बनाया गया है।
वहीं, डीएसपी मुख्यालय परमेश्वर प्रसाद, डीएसपी अभियान दीपक पांडे, सदर थाना प्रभारी मंटू कुमार, पुलिस निरीक्षक सरयू आनंद, अवर निरीक्षक पंकज कुमार और शशि शेखर के अलावे अख्तर अंसारी को भी शामिल किया गया है।
यह टीम पूरे मामले में प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ के आधार पर निष्पक्ष जांच करेगी। एसआईटी घटना की सभी पहलुओं की जांच कर दोषियों को चिन्हित करने के साथ साथ दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो।
इसको लेकर साक्ष्य भी एकत्रित करेगी। उल्लेखनीय है कि 10 अप्रैल को रामनवमी जुलूस के दौरान सांप्रदायिक हिंसा की घटना हुई थी।