रांची: (Jharkhand Weather Update) झारखंड में लू और भीषण गर्मी से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। अधिकांश जिलों में पारा 40 डिग्री के पार चला गया है।
लेकिन अब रांची समेत अन्य जिलों में एक बार फिर मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा, राज्य कई इलाकों में बारिश हो सकती है।
राजधानी रांची की बात करें तो यहां भी लू का कहर जारी है और बीते दो दिनों से पारा 40 डिग्री के करीब रह रहा है।
शनिवार को रांची का अधिकतम तापमान 39.4 डिग्री, जमशेदपुर का अधिकतम 42.4 डिग्री और डालटनगंज का अधिकतम 42.4 डिग्री रहा।
रविवार से रांची सहित राज्य के कुछ हिस्सों में बारिश के आसार जताए गए हैं। भारतीय मौसम विज्ञान (IMD) केंद्र रांची के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि बादल छाए रहेंगे।
हल्की बारिश और वज्रपात के आसार हैं। ऐसे स्थिति 20 से 22 अप्रैल तक रहने की संभावना है।
हालांकि, उसके बावजूद गर्मी से राहत की उम्मीद कम है, क्याेंकि अधिकतम तापमान (Maximum Temperature) में गिरावट की संभावना कम है। रांची में अधिकतम तापमान 40 से 41 डिग्री के बीच रहने की संभावना है। वहीं, न्यूनतम तापमान 24 से 25 डिग्री के आसपास रहने के आसार हैं।
आज इन जिलों में बारिश और वज्रपात की आशंका
मौसम केंद्र के मुताबिक, 17 अप्रैल को राज्य के उत्तर-पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी भागों में कहीं-कहीं हल्के से मध्यम दर्जे की गर्जन के साथ वज्रपात होने की आशंका भी है।
इसका असर देवघर, धनबाद, दुमका, गिरिडीह, गोड्डा, जामताड़ा, पाकुड़, साहिबगंज, पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सिमडेगा, सरायकेला-खरसावां जिले में देखने को मिलेगा।
इन जिलों में छह दिन बारिश की है संभावना
मौसम केंद्र के मुताबिक राज्य के उत्तर-पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी भागों में 17 से 22 अप्रैल तक कहीं-कहीं आंशिक बादल छाए रहेंगे। कई जगहों पर हल्की बारिश होने की संभावना भी है।
इसका असर देवघर, धनबाद, दुमका, गिरिडीह, गोड्डा, जामताड़ा, पाकुड़, साहिबगंज, पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सिमडेगा, सरायकेला-खरसावां जिले में देखने को मिलेगा।
लू लगने से हजारीबाग में मैट्रिक परीक्षार्थी की मौत
भीषण गर्मी में हजारीबाग के चौपारण में मैट्रिक की परीक्षा देकर जैसे एक छात्र बाहर निकला, वह अचानक गिर पड़ा। उसे सीएसची ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
चिकित्सा प्रभारी डॉ भुवनेश्वर गोप ने भी मौत का कारण प्रथम दृष्टया लू लगना बताया है। छात्र का नाम जमाली अख्तर था। वह चतरा के इटखोरी के खड़ौनी का रहने वाला था। वह दिव्यांग भी था।