तिरुवनंतपुरम: कन्नूर में 23वीं सीपीआई-एम पार्टी की बैठक के बाद केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन अब इस काम में जुट गए हैं कि पार्टी के दूसरे शीर्ष नेताओं को कौन सा पद दिया जाय।
लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) के संयोजक, विजयन के राजनीतिक सचिव, देशाभिमानी के संपादक और दिल्ली स्थित केंद्रीय सचिवालय के पुनर्गठन जैसे शक्तिशाली पद जल्द भरे जाएंगे।
इससे पहले एलडीएफ के संयोजक ए. विजयराघवन थे और उन्हें पोलित ब्यूरो में शामिल किए जाने के बाद से पद खाली था। इस पद के संभावित दावेदारों में राज्य के पूर्व मंत्री के ई.पी. जयराजन और ए.के. बालन शामिल हैं।
इन दोनों में से जयराजन माकपा के गढ़ कन्नूर से ताल्लुक रखते हैं और कहा जा रहा है कि वह बालन की तुलना में विजयन के ज्यादा करीब हैं।
बालन अनुसूचित जाति समुदाय से आते हैं और हाल ही में सीपीआई-एम ने पहली बार एक दलित को पोलित ब्यूरो में शामिल करके सांप्रदायिक और जाति का कार्ड काफी अच्छा खेला है।
अगला पद विजयन के राजनीतिक सचिव का है, क्योंकि पुथेलेथु दिन्सन को पार्टी के राज्य सचिवालय में शामिल किया गया है और ये पद खाली है।
चुनाव लड़ने वालों में तत्कालीन मुख्यमंत्री ई.के. नयनार के पूर्व राजनीतिक सचिव- पी. शशि, एम.वी. जयराजन शामिल हैं, जिन्होंने विजयन के पहले कार्यकाल में कुछ वर्षों के लिए पद संभाला था और ये दोनों कन्नूर के रहने वाले हैं।
एकमात्र योग्यता यह है कि कौन विजयन के कितना करीब है
फिर केंद्रीय सचिवालय के लिए नामांकित व्यक्ति आते हैं। इस सूची में सबसे ऊपर दो बार लोकसभा सदस्य रह चुके पी.के. बीजू हैं, जो एक दलित नेता भी हैं।
इसके बाद पार्टी के अंग देशाभिमानी के संपादक का पद आता है। इसके लिए कोई व्यक्ति फाइनल नहीं हुआ है।
चूकने वालों में राज्य के तीन पूर्व शक्तिशाली मंत्री – थॉमस इसाक, जी. सुधाकरन और जे. मसीर्कुट्टी शामिल हैं।
किसी भी पार्टी पद के लिए अब एकमात्र योग्यता यह है कि कौन विजयन के कितना करीब है।