गुमला: घाघरा थाना क्षेत्र के टोटाम्बी गांव स्थित एक कुएं से आठ अप्रैल को एक युवती का शव और स्कूटी बरामद की गई थी। अनुसंधान के क्रम में स्कूटी के नंबर से शव की पहचान ग्राम आंजन निवासी ईश्वर महली की पुत्री सरस्वती कुमारी के रूप में की गई।
इस संबंध में गुमला के एस़डीपीओ मनीष चंद्र लाल ने गुरूवार को घाघरा थाना परिसर में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर सरस्वती हत्याकांड का खुलासा किया।
साथ ही सरस्वती के हत्यारा प्रेमी सुजीत उरांव ग्राम तुंजो हुटार को स्थानीय मीडिया के सामने प्रस्तुत किया। लाल ने बताया कि सरस्वती अपनी बहन के साथ घाघरा में किराए के मकान में रहती थी।
उसी दौरान घाघरा के नारायण उरांव के साथ सरस्वती का प्रेम प्रसंग चला। लेकिन एक जाति नहीं होने के कारण उनके परिजनों के बीच शादी को लेकर सहमति नहीं बनी।
शव को स्कूटी के साथ बांध कुएं में डाल दिया
इसी बीच सरस्वती एवं तुंजो हूटार निवासी सुजीत उरांव के बीच नजदीकियां बढ़ी और इस दरम्यान सरस्वती गर्भवती भी हुई।
मगर सुजीत ने उसका गर्भपात करा दिया। 23 अप्रैल 2021 को सरस्वती सुजीत के घर हूटार जाकर पैसे की मांग करने लगी। हालांकि पैसे की डिमांड सरस्वती पूर्व में भी सुजीत से की थी।
पैसे एवं किसी और बात को लेकर दोनों में काफी नोक झोंक हुई। सुजीत उसे मनाते हुए टोटाम्बी स्थित उसी कुएं के पास ले गया।
उक्त सुनसान कुएं को सुजीत पूर्व से इसलिये जानता था क्योंकि वह कुएं के पास ही पूर्व में रोड कंस्ट्रक्शन का ऑफिस था, जिसमे सुजीत कार्य करता था।
सुजीत वहां ले जाकर सरस्वती की उसी के दुपट्टा से गला घोंट हत्या कर दी और सरस्वती के शव को स्कूटी के साथ बांध कुएं में डाल दिया।