नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को असम में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान राज्य में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति का जायजा लिया।
शाह ने असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल, राज्य के वित्त मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा, मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और अन्य वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।
इस दौरान शाह ने कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की।
शाह ने पहले दिन असम के लिए कुछ विकास योजनाओं की शुरूआत करने के बाद बैठक में कहा कि राज्य ने शांति और विकास की यात्रा शुरू की है।
इससे पहले दिन में, शाह ने गुवाहाटी में असम दर्शन कार्यक्रम के तहत 8,000 नामघर (असम के पारंपरिक वैष्णवी मठ) को वित्तीय अनुदान वितरित किया।
पूर्वोत्तर की यात्रा पर गए भाजपा नेता ने इसके अलावा शंकरदेव की जन्मस्थली बतद्रवा के लिए 188 करोड़ रुपये की लागत वाली एक विकास परियोजना शुरू करते हुए कहा, असम और केंद्र में कई वर्षों तक शासन करने के बावजूद, कांग्रेस ने शंकरदेव के जन्मस्थान के लिए कुछ भी नहीं किया, जिनके योगदान ने असम के इतिहास, नाटक लेखन, कला और कविता को पहचान दी।
शाह ने कहा, भाजपा राज्य की भाषा, संस्कृति, कलाओं को मजबूत करने में विश्वास करती है।
बतद्रवा को अमृतसर में स्वर्ण मंदिर की तर्ज पर एक जीवंत सांस्कृतिक और पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा।
असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल और वित्त और स्वास्थ्य मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के काम की सराहना करते हुए शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र में स्थायी शांति स्थापित की है।
असम के नौ लॉ कॉलेजों की आधारशिला रखते हुए गृह मंत्री ने कहा कि असम में पहले से ही कई मेडिकल कॉलेज स्थापित किए जा चुके हैं और आने वाले वर्षों में और स्थापित किए जाएंगे।
शाह असम और मणिपुर के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। वह शुक्रवार रात गुवाहाटी पहुंचे थे।