जमशेदपुर: झारखंड में कोविड प्रोत्साहन राशि (covid Incentive Amount) की अवैध तरीके से निकासी का मामला अब और तूल पकड़ने लगा है।
पूर्व मंत्री और विधायक सरयू राय द्वारा जवाब नहीं दिए जाने के बाद स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने सोमवार को जमशेदपुर के जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत में शिकायत वाद दायर कर दिया।
स्वास्थ्य मंत्री ने विधायक सरयू राय द्वारा लगाए गए आरोपों को झूठा और अपनी छवि खराब करने वाला बताते हुए उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया है।
जानकारी के अनुसार सरयू राय द्वारा स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और उनके मंत्री कोषांग के 59 कर्मचारियों पर कोविड प्रोत्साहन राशि की अवैध तरीके से निकासी का आरोप लगाया है। बन्ना गुप्ता ने जमशेदपुर के जिला न्यायालय में पूर्व मंत्री एवं विधायक सरयू राय के विरुद्ध शिकायतवाद दायर कर दिया।
उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य मंत्री ने सरयू राय को एक कानूनी नोटिस भी भेजा था, जिसमें उनके द्वारा लगाये गये आरोपों पर स्वास्थ्य मंत्री से माफी मांगने की बात कही गई थी।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो से जांच कराए जाने की मांग की थी
नोटिस में यह भी कहा गया था कि यदि नोटिस मिलने के तीन दिनों के अंदर सरयू राय मंत्री बन्ना गुप्ता से माफी नहीं मांगते हैं, तो उनके खिलाफ लीगल एक्शन लिया जाएगा।
इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सरयू राय ने कहा था कि यह नोटिस जवाब दिए जाने लायक नहीं है और वह स्वास्थ्य मंत्री के कोर्ट जाने का इंतजार कर रहे हैं।
मंत्री बन्ना गुप्ता और उनके मंत्री कोषांग के 59 कर्मियों पर सरकार के संकल्प की भावना के विपरीत जाकर अवैध तरीके से कोविड प्रोत्साहन राशि की निकासी का आरोप विधायक सरयू राय ने लगाया था।
उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को दो पत्र लिखकर इस मामले में विभाग द्वारा जारी बिल की कॉपी संलग्न करते हुए मंत्री बन्ना गुप्ता को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने और उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो से जांच कराए जाने की मांग की थी।