रांची: झारखंड की सीनियर आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल के खिलाफ सोमवार को झारखंड हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया है।
भूमि सुधार मंच ने हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका (PIL) दाखिल कर पूजा सिंघल के अनेक पदों पर रहने का मामला उठाया है।
याचिकाकर्ता ने अपनी याचिका में कहा कि पूजा सिंघल उद्योग सचिव के पद पर हैं, माइनिंग विभाग की सचिव भी हैं और झारखंड राज्य खनिज विकास निगम (जेएसएमडीसी ) की चेयरमैन भी। ऐसे में एक ही अधिकारी को तीन प्रमुख पदों पर नियुक्त किया गया है, जो नियम के विरुद्ध है।
व्यक्ति पदस्थापित रहेगा तो अपील करने वालों को न्याय कैसे मिलेगा
याचिकाकर्ता ने अदालत से यह प्रार्थना की है कि यह नियुक्ति नियम विरुद्ध की गई है। इसलिए पूजा सिंघल को किसी एक पद पर नियुक्त किया जाना चाहिए।
जेएसएमडीसी या फिर माइनिंग सचिव के पद पर किसी अन्य अधिकारी को नियुक्त किया जाना चाहिए क्योंकि जेएसएमडीसी से पारित आदेश का अपीलीय अधिकार माइनिंग सचिव के पास होता है।
अगर दोनों ही पदों पर एक ही व्यक्ति पदस्थापित रहेगा तो अपील करने वालों को न्याय कैसे मिलेगा।
प्रार्थी के अधिवक्ता के मुताबिक वर्ष 2007-08 में झारखंड हाई कोर्ट की डिवीजन बेंच ने एक आदेश पारित कर कहा था कि जेएसएमडीसी के चेयरमैन के पद पर वैसे अधिकारी की नियुक्ति की जानी चाहिए, जो स्वतंत्र प्रभार में हो।