पटना: बिहार के उपमुख्यमंत्री सह मंत्री वाणिज्य कर विभाग तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि विभागों के बेहतर परफॉर्मेंस के लिए प्रशिक्षण एवं उन्मुखीकरण कार्यक्रम बेहद महत्वपूर्ण होते हैं।
वाणिज्य-कर विभाग के पदाधिकारियों के क्षमतावर्द्धन के लिए इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया के साथ आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम से कर-संग्रहण की कार्य योजना कारगर होगी।
वे आज मुख्य सचिवालय परिसर स्थित एनेक्सी भवन में इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई) के साथ वाणिज्य-कर पदाधिकारियों के पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि वित्त वर्ष 2021-22 कोरोना के कारण देश की अर्थव्यवस्था के लिए काफी चुनौतीपूर्ण रहा है, जिससे राज्य के कर-संग्रहण पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ा, परंतु इन विकट परिस्थितियों के बावजूद वाणिज्य-कर विभाग द्वारा आंकड़ों के सूक्ष्म विश्लेषण के आधार पर तैयार की गई कार्य योजना एवं उनके सफल क्रियान्वयन के लिए सतत प्रयासों एवं प्रभावी अनुश्रवण के फलस्वरूप विभाग ने वित्तीय वर्ष के अंत में पिछले वर्ष की तुलना में 11.85 प्रतिशत की सकारात्मक वृद्धि दर्ज की है, जो एक बड़ी उपलब्धि है। विभाग पुरस्कृत हुआ है। इसके लिए विभागीय सचिव एवं पदाधिकारी बधाई के पात्र हैं।
उन्होंने कहा कि इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया एक विशेषज्ञ संस्था है, जिसके माध्यम से वाणिज्य-कर विभाग के पदाधिकारियों को जीएसटी से संबंधित कई विषयों यथा इनपुट टैक्स, क्रेडिट ऑडिट, फाइनेंशियल स्टेटमेंट के विश्लेषण, बीमा, बैंकिंग, रियल स्टेट के सेक्टर स्टडी पर विशेषज्ञों के द्वारा इंटरएक्टिव सत्र के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जो विभागीय अधिकारियों के लिए काफी लाभकारी होगा।
उन्होंने बताया कि पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में वाणिज्य-कर विभाग के 90 पदाधिकारी भाग ले रहे हैं।
उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि सभी पदाधिकारी इस अति महत्वपूर्ण प्रशिक्षण कार्यक्रम में पूरी तन्मयता के साथ भाग लें।