रांची: राष्ट्रीय डेयरी (National Dairy) विकास बोर्ड के तत्वावधान में गुरुवार को होटल कैपिटल हिल में राष्ट्रीय डेयरी योजना के द्वितीय चरण के सफल क्रियान्वयन के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस संबंध में मेधा डेयरी के मीडिया प्रभारी अमृतेश कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय डेयरी योजना के प्रथम चरण में झारखंड के लगभग 400 ग्रामों को दुग्ध संकलन के लिए आच्छादित किया गया।
इस योजना के तहत राज्य के बाकी जिलों को आच्छादित किया जाएगा
30 दुग्ध शीतक केंद्र की स्थापना की गई तथा 100 से अधिक ग्रामों में दुग्ध संकलन केंद्र की स्थापना की गई। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण की सफलता के बाद वर्ल्ड बैंक तथा भारत सरकार ने झारखंड को द्वितीय चरण के लिए चुना है।
इस योजना के तहत राज्य के बाकी जिलों को आच्छादित किया जाएगा। साथ ही प्रदेश में नए डेयरी संयन्त्रों की स्थापना की जाएगी।
उन्होंने बताया कि कार्यशाला में भारत सरकार से डेयरी विकास के उप आयुक्त गौतम देव, कृषि विभाग के विशेष सचिव प्रदीप हजारी, झारखंड दुग्ध महासंघ के प्रबंध निदेशक सुधीर कुमार सिंह, राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के क्षेत्रीय प्रमुख पूर्णेंदू साहा उपस्थित थे।