नई दिल्ली: केन्द्र सरकार ने राज्यों को देश में गर्मी और लू के चलते जन स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव के प्रति आगाह किया है।
राज्यों को गर्मी से जुड़े मामलों की जानकारी साझा करने और इनसे निपटने के लिए पर्याप्त उपाय करने का अनुरोध किया है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने रविवार को राज्यों को इस संबंध में पत्र लिखा है।
उन्होंने राज्यों का गर्मी के चलते होने वाली बीमारियों पर राष्ट्रीय कार्य योजना तथा इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से 15 मार्च को जारी परामर्श की ओर ध्यान आकर्षित कराया है।
उन्होंने राज्यों से अनुरोध किया है कि गर्मी से जुड़ी स्वास्थ्य संबंधित परेशानियों से जुड़े विषयों और दिशा-निर्देशों के बारे में वे जिला प्रशासन को अवगत कराएं।
साथ ही एक मार्च से गर्मी से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में रिकॉर्ड को राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केन्द्र से साझा करें।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि गर्मी से जुड़ी स्वास्थ्य चिंताओं के बारे में मेडिकल स्टॉफ को जागरूक करना और उनका समयबद्ध प्रबंधन सुनिश्चित कराया जाना जरूरी है।
इससे जुड़ी तैयारियों की भी समीक्षा की जानी चाहिए। इसमें महत्वपूर्ण स्थानों की कूलिंग और पीने के लिए ठंडे पानी की उपलब्धता शामिल है।
उन्होंने राज्यों को एनडीएनएसी की ओर से तैयार ‘डू और डोंट्स’ की टेंपलेट का इस्तेमाल जागरुकता फैलाने का अनुरोध किया है।
स्थानीय परिस्थितियों और भाषा में अनुवाद कर इसका प्रयोग किया जा सकता है।