गिरिडीह: तिसरी थाना क्षेत्र स्थित चन्दौरी बाजार में बीते बुधवार को नातिन को अपहरण से बचाने के क्रम में गोली की शिकार हुई 55 वर्षीय नानी दुलारी देवी की रांची रिम्स में इलाज के दौरान मौत हो गई।
नातिन को बचाने के लिए वह अपराधियों से भिड़ गयी थी, जिसमें अपराधियों ने उस पर गोली चला दी थी।
जिसमें एक गोली उसके हाथ में लगी थी तो छर्रा पेट मंे घूस गया था। जहां से उसे तिसरी राजकीय अस्पताल से गिरिडीह सदर अस्पताल रेफर किया गया।
फिर गिरिडीह से धनबाद रेफर हुई। लेकिन वहां से भी रिम्स रांची रेफर किया गया था, जहां उसका इलाज चल रहा था।
लेकिन घटना के चौथे दिन शनिवार देर शाम को इलाज के दौरान रिम्स रांची में ही उसकी मौत हो गई।
रांची के बरियातू थाना पुलिस ने रिम्स अस्पताल पहुंच कर शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद उसके शरीर से निकली गोली को जब्त कर लिया है।
प्रेमिका वापस जाने को तैयार नहीं थी
बता दें कि बिहार के लखीसराय के राहुल कुमार यादव ने अपने तीन साथियों के साथ इस घटना को अंजाम दिया था।
घटना का मूल कारण था कि प्रेमी अपनी प्रेमिका को वापस ले जाना चाहता था परंतु प्रेमिका वापस जाने को तैयार नहीं थी।
लिहाजा जब उसे घसीटकर ले जाने लगा तो दुलारी देवी अपराधियों से भीड़ गयी। जिससे प्रेमिका को ले जाने में तो राहुल नाकाम रहा, लेकिन गुस्से में आकर उसने खेल बिगाड़ने वाली प्रेमिका की नानी दुलारी देवी पर गोली से हमला कर फरार हो गया।
इस संबंध में तिसरी थाना प्रभारी पिंकू प्रसाद ने कहा पुलिस अपराधियों को पकड़ने में जुटी हुई है, जल्द ही सभी दबोचे जाएंगे।
अपराधी ने इस तरह दिया था घटना को अंजाम
गौरतलब है कि शादीशुदा 30 वर्षीय युवक राहुल कुमार यादव तीन बच्चे के पिता है। जो चंदौरी बाजार में करीब तीन वर्षो से अपने पांच साथियों के साथ रहकर टाइल्स मिस्त्री का काम कर रहा था।
करीब छह माह पूर्व उसने जिस घर में काम पकड़ा उस मकान मालिक के नाबालिक पुत्री को ही अपने प्रेम जाल में फंसा लिया।
एक माह पूर्व वह उस नाबालिग को लेकर चंदौरी बाजार से फरार होकर बिहार प्रदेश के किसी मंदिर में शादी भी रचा लिया था।
बाद में प्रेमिका के परिजनाें ने दोनों प्रेमी युगल को ढूंढ लिया और समझा बुझा कर पुत्री को चंदौरी वापस ले आया था।
लेकिन राहुल उसे अपनी दूसरी पत्नी मान चुका था और उसे पाने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार था।