गिरिडीह: गिरिडीह में मातृत्व शिशु स्वास्थ केंद्र के एसएनसीयू में इलाजरत नवजात को चूहों से कुतरने के मामले में सिविल सर्जन डॉ. एसपी मिश्रा ने तत्काल कार्रवाई करते हुए शिशु वार्ड में कार्यरत एएनएम रेखा कुमारी को सोमवार निलंबित कर दिया था।
इसके साथ ही जीएनएम संजू कुमारी और लीलावती को कार्यमुक्त कर दिया गया है। वहीं, चिकित्सक पर कार्रवाई के लिए विभाग को पत्र लिखा है. एसएनसीयू के डॉक्टर संदीप कुमार के खिलाफ सिविल सर्जन डॉ शिव प्रसाद मिश्रा ने विभागीय कार्रवाई के लिए पत्राचार किया है।
विभाग से निर्देश मिलने के बाद गिरिडीह स्वास्थ्य विभाग मामले में दोषी डॉक्टर के खिलाफ आगे की कार्रवाई करेगी।
उल्लेखनीय है कि जिले के चैताडीह स्थित मातृत्व शिशु इकाई केंद्र में सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आयी है।
नवजात बच्चे को चूहे ने कुतर दिया है। आनन-फानन में बच्चे को धनबाद रेफर किया गया है।
परिजनों ने अस्पताल प्रबंधक पर लापरवाही का आरोप लगाया है और कार्रवाई की मांग की है। एक बार फिर से स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है।
दोषियों के खिलाफ कार्रवाई
हर बार की तरह इस बार भी चैताडीह स्थित मातृत्व शिशु इकाई केंद्र में चिकित्सकों व कर्मियों की लापरवाही का खामियाजा एक नवजात बच्चे को भुगतना पड़ा है।
सिविल सर्जन डॉ एसपी मिश्रा ने कहा कि जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि गिरिडीह के चैताडीह स्थित मातृत्व शिशु केंद्र में शुक्रवार की रात को देवरी के असको गांव निवासी राजेश सिंह की पत्नी ममता देवी ने एक बच्ची को जन्म दिया था।
बच्ची के जन्म लेने के बाद घर में खुशियों का माहौल था, लेकिन इसी बीच चिकित्सकों ने राजेश सिंह से कहा कि उनकी बच्ची की तबीयत खराब है और जॉन्डिस हो गया है।
इतना कहकर चिकित्सकों ने बच्ची को चाइल्ड वार्ड में भर्ती करा दिया। लेकिन बच्ची को चाइल्ड वार्ड में रखने के बाद बच्ची पर किसी की नजर नहीं गयी और चार फीट ऊपर रखने के बावजूद बच्ची को चूहों ने बुरी तरह से कुतर दिया।
सोमवार की अहले सुबह जब चिकित्सकों को इसकी जानकारी मिली तो आनन-फानन में बच्ची के परिजनों को बिना कुछ बताये धनबाद रेफर कर दिया गया।
जब परिजन धनबाद पहुंचे तो परिजनों से वहां भी बातें छिपाई गईं, लेकिन परिजनों के दबाव डालने के बाद उन्हें बताया गया कि बच्ची को चूहा ने कुतर दिया है।