रांची: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने झारखंड में भाकपा माओवादियों और अपराधी अमन साहू गैंग को हथियार की सप्लाई मामले की जांच कर रही है।
एनआईए सूत्रों ने बुधवार को बताया कि इस मामले में माओवादियों और आपराधिक गिरोह को हथियार सप्लाई करने वाले बीएसएफ (BSF) के पूर्व जवान अरुण कुमार सिंह और पंकज कुमार सिंह से पूछताछ की ।
एनआईए ने इन सभी लोगों को चार दिनों की रिमांड पर लेकर पूछताछ की। पूछताछ में कई बाते एनआईए को पता चली है। लेकिन अधिकारी ने इस संबंध में कुछ भी बताने से इंकार कर दिया।
उल्लेखनीय है कि झारखंड में नक्सलियों और अपराधियों को हथियार और गोली की आपूर्ति करने वाले सीआरपीएफ जवान सहित तीन लोगों को एटीएस बीते 16 नवंबर को गिरफ्तार किया था।
कामेंद्र सिंह गिरफ्तार
गिरफ्तार लोगों में सीआरपीएफ जवान अविनाश कुमार उर्फ चुन्नू शर्मा, ऋषि कुमार और पंकज कुमार सिंह शामिल थे। इनकी निशानदेही पर 5.56 एमएम की 450 राउंड गोली जब्त की गयी थी।
इसके बाद 18 नवंबर को इस गिरोह के कामेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार लोगों की निशानदेही पर एटीएस की टीम ने बीते 25 नवंबर को बिहार झारखंड सहित कई राज्यों में छापेमारी करते हुए बीएसएफ के कांस्टेबल कार्तिक बेहरा, बीएसएफ के रिटायर हवलदार अरुण कुमार सिंह, कुमार गुरलाल, शिवलाल धवल और हिरला गुमान को गिरफ्तार किया था।
इन अपराधियों के पास से पुलिस ने 14 पिस्टल, 21 मैगजीन, 9,213 राउंड गोली, खाली खोखा, डेटोनेटर, बाइक और मोबाइल बरामद किया गया था।
इस मामले में एनआईए ने सीआरपीएफ के जवान अविनाश कुमार, ऋषि कुमार, पंकज सिंह, संजय सिंह, मुहाजिद खान, अमन साहू और अरुण कुमार सिंह को आरोपित बनाया है।