कोलकाता: पश्चिम बंगाल विधानसभा के अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने सोमवार को कहा कि तृणमूल कांग्रेस के विधायक बाबुल सुप्रियो के शपथ ग्रहण की तारीख पर फैसला राज्यपाल जगदीप धनखड़ को करना है और इसमें अत्यधिक देरी से बालीगंज निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं को परेशानी होगी जहां से वह चुने गए हैं।
धनखड़ ने कहा था कि बाबुल सुप्रियो के शपथ ग्रहण के संबंध में उनका संवैधानिक कार्य समाप्त हो गया है क्योंकि उन्होंने इस भूमिका के लिए उपाध्यक्ष आशीष बनर्जी को नामित कर दिया है।
जिम्मेदारी विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी को दी जानी चाहिए
पाध्यक्ष ने हालांकि कहा कि इसकी जिम्मेदारी विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी को दी जानी चाहिए।विधानसभा अध्यक्ष ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह राज्यपाल और राज्य के संसदीय मामलों के मंत्री को तय करना है कि शपथ ग्रहण समारोह कब होगा।
इसमें विवाद की कोई जगह नहीं है क्योंकि राज्यपाल खुद शपथ दिला सकते हैं।व्यक्तिगत पसंद-नापसंद संवैधानिक कर्तव्यों का पालन करने में बाधक नहीं होनी चाहिए।’’उपचुनाव 12 अप्रैल को हुआ था और परिणाम 16 अप्रैल को घोषित किया गया था।
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में पूर्व राज्य मंत्री सुप्रियो ने पद से हटाये जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) छोड़ दी थी और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल हो गए थे।
पार्श्व गायक से नेता बने सुप्रियो के लोकसभा की सदस्यता छोड़ने के बाद राज्य में सत्तारूढ़ टीएमसी ने बालीगंज विधानसभा सीट उपचुनाव के लिए उन्हें उम्मीदवार बनाया और उन्होंने इसमें जीत दर्ज की।धनखड़ और सुप्रियो के बीच कुछ दिनों पहले शपथ ग्रहण को लेकर ट्विटर पर जुबानी तकरार हो गई थी।