गिरिडीह: पुलिस ने सोमवार को नक्सल प्रभावित पीरटांड थाना के अलग-अलग जंगलों से तीन इनामी समेत छह हार्डकोर माओवादियों को गिरफ्तार किया है।
इनके पास से भारी मात्रा में हथियार भी बरामद हुए हैं। पुलिस आगे की जांच कर रही है।
प्रेसवार्ता के दौरान एसपी अमित रेणु ने बताया कि गिरफ्तार तीनों इनामी माओवादियों में प्रशांत मांझी, प्रभा दी उर्फ प्रभा सोरेन और सुधीर किस्कू शामिल है। इन पर राज्य सरकार ने 10-10 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था।
ये तीनों इनामी माओवादी संगठन में जोनल कमेटी के सदस्य थे। सुधीर किस्कू दुमका के शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के कारी पहाड़ी गांव का रहने वाला है, जबकि पति-पत्नी प्रशांत और प्रभा दी मधुबन थाना क्षेत्र के जोभी टोला के निवासी हैं।
पुलिस के अनुसार इनके अलावा तीन हार्डकोर माओवादियों को भी गिरफ्तार किया गया है।
उनमें रंजीत टुडु और छोटू लाल हांसदा मधुबन थाना के टेसाफूली और ढोलकट्टा गांव का रहने वाले हैं। जबकि उज्जवल गंझू बोकारो के पेक थाना इलाके के मुचरु गांव का रहने वाला है।
एसपी रेणु के अनुसार पुलिस और सीआरपीएफ के संयुक्त ऑपरेशन के दौरान यह कामयाबी मिली है।
सुरक्षाबलों ने माओवादियों के पास से एक ए-के 47-राईफल के साथ 195 जिंदा कारतूस और दो मैगजीन, दो रेग्यूलर कारबाइन के अलावा चार मैगजीन, 72 जिंदा कारतूस, दो चिप्स, रिकार्डर, नक्सली वर्दी, पर्चा, एक डायरी और नक्सली संगठन से जुड़े दो पत्र बरामद किए हैं।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपितों की निशानदेही पर दुमका से 16 प्वाइंट की एक राइफल, एसएलआर राइफल दो मैगजीन, 135 जिंदा कारतूस, दो इंसास राइफल, 50 जिंदा कारतूस, थ्री-नाॅट थ्री एक राइफल समेत मैगजीन, 315 बोर की एक राइफल, 1000 डेटोनेटर बरामद किया गया।
किस्कू की निशानदेही पर बरामद एम 16 राइफल अत्याधुनिक है।
एसपी ने यह भी बताया कि प्रशांत के खिलाफ 32 मामले और प्रभा के खिलाफ 3 नक्सली केस दर्ज हैं। जबकि सुधीर किस्कू के खिलाफ 23 मामले पंजीकृत हैं। आगे की जांच-पड़ताल जारी है।