रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि केंद्र सरकार की अवहेलना, प्रताड़ना के बीच राज्य की हेमंत सरकार एक वर्ष का कार्यकाल पूरा कर रही है।
इस दौरान सरकार के समक्ष कई चुनौतियां आई लेकिन हेमंत सरकार ने इन चुनौतियों का सामना करते हुए एक वर्ष का कार्यकाल पूरा किया। भट्टाचार्य ने सोमवार को पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में यह बातें कहीं।
उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन ने जिस परिस्थिति में राज्य को संभाला था वचनबद्धता के साथ राज्य के बागडोर को आगे बढ़ाने का काम किया। चुनाव के पूर्व हमने जो वादा किया था उसे लेकर काम कर रहे हैं।
जिस समय बजट सत्र चल रहा था उसी समय वैश्विक महामारी कोरोना वायरस ने दस्तक दे दी, जिस कारण बजट सत्र को स्थगित करना पड़ा। पिछली रघुवर सरकार ने राज्य को कंगाली के कगार पर लाकर खड़ा कर दिया था।
पिछले पांच साल में सिर्फ इवेंट का काम हुआ, जिससे राज्य बदहाली के हाल में पहुंच गया था।
लेकिन हेमंत सोरेन ने पिछले एक वर्षों में कई काम किया। उन्होंने राज सरकार की उपलब्धियों को बताते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण काल के दौरान प्रवासी मजदूरों को झारखंड लाने का काम किया गया। पहली ट्रेन हैदराबाद से रांची ही मजदूरों को लेकर पहुंची।
विभिन्न राज्यों में फंसे श्रमिकों को हवाई जहाज के जरिए लाया गया। श्रमिकों को सिर्फ झारखंड लाया ही नहीं गया, बल्कि उन्हें रोजगार भी मुहैया कराया गया। झामुमो हमेशा संघर्ष और चुनौती के साथ लेकर चलती है।
उन्होंने कहा कि पिछली रघुवर सरकार ने राज्य के 15 लाख लोगों का राशन कार्ड रद्द कर दिया था।
अब हमारी सरकार ऐसे लोगों को राशन कार्ड देगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 29 दिसंबर को राज्य में कई योजनाएं शुरू करेंगे और कई घोषणाएं करेंगे।
कोरोना संक्रमण काल के दौरान दीदी किचन की शुरुआत कर गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन पहुंचाने का काम किया गया। उन्होंने कहा कि इसके अलावा बहुत सारे काम पिछले एक वर्ष में हुए हैं।