इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपनी तुलना बंगाल के नवाब सिराजुदौला से करते हुए कहा कि जिस तरह अंग्रेजों ने नवाब को हटाकर मीर जाफर को गद्दी पर बिठाया था, उसी तरह उन्हें भी हटाकर अमेरिका ने शहबाज शरीफ को कुर्सी पर बिठाया है।
समा टीवी के अनुसार, इमरान खान ने मंगलवार को झेलम में एक रैली को संबोधित करते हुए इस बात को स्पष्ट करने की कोशिश की उन्होंने पहले के भाषण में मीर जाफर किसे कहा था।
इससे पहले एबटाबाद रैली में उन्होंने सिराजुदौला और मीर जाफर का जिक्र किया था, जिस पर शहबाज शरीफ ने टिप्पणी करते हुए कहा था कि इमरान खान ने सेना की आलोचना की है।
इमरान खान ने सेना विरोधी बयान के आरोपों को खारिज करते हुए स्पष्ट किया कि वह सेना के आलोचक नहीं है क्योंकि यह एक ऐसी जरूरी ताकत है, जो पाकिस्तान को जोड़े हुए है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को सेना और उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ ने ही जोड़ रखा है।
अगर ऐसा नहीं हुआ तो पाकिस्तान को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे
उन्होंने कहा कि शहबाज शरीफ ने नेशनल एसेंबली में कहा कि इमरान खान सेना के खिलाफ बोल रहे हैं। हम उन्हें ऐसा नहंी करने देंगे।
इमरान खान ने शहबाज शरीफ को ललकारते हुए कहा, शहबाज शरीफ शर्म करो, कुछ शर्म करो। तुम ही मीर जाफर हो।
उन्होंने कहा कि सेना के खिलाफ पीएमएल-एन के नेता नवाज शरीफ और उनकी बेटी मरियम नवाज बोलती हैं, वह नहीं।
इमरान खान ने एक बार फिर दावा किया कि अमेरिकी अधिकारी डोनाल्ड लू ने पाकिस्तान के राजदूत से कहा था कि अगर इमरान खान को सत्ता से बाहर कर दिया जाता है तो हर बात माफ कर दी जाएगी। अगर ऐसा नहीं हुआ तो पाकिस्तान को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
उन्होंने कहा कि इसी के बाद 22 करोड़ लोगों द्वारा निर्वाचित सरकार को हटाने का षड्यंत्र रचा गया।
इमरान खान ने नवाज शरीफ को कायर और चोर कहा और आरोप लगाया कि वह मौका मिलते ही देश छोड़कर भाग जाते हैं।