वाशिंगटन, 28 दिसंबर (आईएएनएस)। काफी जद्दोजहद के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आखिरकार 2.3 ट्रिलियन डॉलर के कोरोनावायरस राहत पैकेज पर हस्ताक्षर कर दिए। व्हाइट हाउस ने इसकी घोषणा की है। इसके बाद संघीय सरकार के शटडाउन से भी खतरा टल गया है। इस राहत पैकेज से दुनिया की सबसे कठिन स्थिति में बिगड़ते आर्थिक हालात को संभालने में मदद मिलेगी।
व्हाइट हाउस के अनुसार, राष्ट्रपति ने रविवार को फ्लोरिडा के पाम बीच में अपनी मार-ए-लागो एस्टेट से पैकेज पर हस्ताक्षर किए। कुछ ही दिन पहले ट्रंप ने सांसदों से एक व्यक्ति को 2,000 डॉलर और एक दंपति को 4,000 डॉलर की सहायता राशि देने के लिए कहा था। ट्रंप ने एक व्यक्ति को 600 डॉलर की सहायता राशि देने के फैसले को हास्यास्पद कदम बताया था।
हिल न्यूज वेबसाइट ने ट्रंप के हवाले से एक बयान में कहा, मैं एक मजबूत संदेश के साथ ओमनीबस और कोविड पैकेज पर हस्ताक्षर करूंगा, जो कांग्रेस को स्पष्ट करता है कि बेकार वस्तुओं से खर्च को हटाने की जरूरत है।
राहत कानून में 600 डॉलर प्रति वयस्क और प्रति बच्चे को भुगतान का भी प्रावधान शामिल है।
इस बिल में वेतन की सुरक्षा कार्यक्रम के तहत 284 बिलियन डॉलर का फंड भी शामिल है, जो छोटे व्यवसाय करने वालों के लिए है।
रविवार को ये राहत पैकेज अमेरिका में कोरोनावायरस के मामलों, मौतों और अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या में लगातार वृद्धि के बाद आया है।
जॉन्स हॉपकिंस विश्वविद्यालय के अनुसार, कोविड-19 महामारी से अमेरिका वर्तमान में सबसे ज्यादा प्रभावित देश है, जहां संक्रमण की संख्या 1 करोड़ 90 लाख तक पहुंच गई है।
सोमवार सुबह अपने नवीनतम अपडेट में, विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर सिस्टम साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसएसई) ने खुलासा किया कि वर्तमान में देश का संक्रमण 1,91,29,368 है और मौतें 3,33,110 है।
दुनिया के सबसे अधिक मामलों और मौतों के साथ अमेरिका में विश्व का 23 प्रतिशत है