आजमगढ़: समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने ज्ञानवापी मस्जिद पर चल रहे विवाद पर कहा कि भाजपा के लोग जानबूझकर ऐसे मुद्दे उठाते हैं जिससे कि महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर जनता का ध्यान न जाए।
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे को भारतीय जनता पार्टी का प्रोपोगेंडा बताया है।
उन्होंने कहा कि जनता का ध्यान भटकाने के लिए भारतीय जनता पार्टी थोड़े-थोड़े समय के अंतराल पर इस तरह के घटनाक्रम जानबूझकर करती है।
इस तरह के घटनाक्रमों में या तो भारतीय जनता पार्टी खुद बेहद सक्रिय भूमिका में रहती है या तो भाजपा के अ²श्य मित्र होते हैं। विकास की झूठी बात करने वाली भाजपा की जमीनी हकीकत सामने आने लगी है।
कहा कि पेट्रोल-डीजल, खाने-पीने की चीजों के दाम आसमान छू रहे हैं। महंगाई दर आजादी के बाद सबसे ज्यादा है।
भाजपा की केंद्र सरकार के पास इसका कोई जवाब नहीं है ऐसे में जानबूझकर इन मुद्दों को उठाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा के पास इन मुद्दों का पूरा एक कैलेंडर जो कि चुनाव आने तक लगातार उठाए जाते हैं।
भाजपा के पास समाज में नफरत के बीज बोने वाला कार्यक्रम हमेशा से ही तैयार रहता है
उन्होंने कहा कि सरकारी कंपनियां बेची जा रही हैं। जब भी मंदिर-मस्जिद मुद्दों पर चर्चा होती है हमें नहीं पता होता है कि देश की कौन सी संपत्ति बेची जा रही है।
भाजपा ने वन नेशन, वन राशन का नारा दिया था पर लगता है कि वो एक राष्ट्र एक व्यापारी के नारे पर अमल कर रहे हैं।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आजमगढ़ में कहा कि वाराणसी का ज्ञानवापी मस्जिद का मामला हो या फिर धर्म के जुड़े अन्य प्रकरण, भाजपा जनता का ध्यान भटकाने में लगी रहती है।
भाजपा तो कभी-कभी परदे के पीछे से भी काफी सक्रिय हो जाती है। किसी भी राज्य में चुनाव तक भाजपा कई तरह के ऐसे मामलों के कैलेंडर तैयार रखती है। भाजपा के पास समाज में नफरत के बीज बोने वाला कार्यक्रम हमेशा से ही तैयार रहता है।