पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में हार के बाद राष्ट्रीय जनता दल समर्थकों ने आज सड़क पर जमकर तांडव किया और राहगीरों के साथ मारपीट भी की।
विधानसभा चुनाव में मिली हार से बौखलाए राजद के समर्थकों ने आरा-जगदीशपुर राष्ट्रीय उच्च पथ मलथर गांव और आरा-सासाराम राज्य उच्च पथ पर जीरोमाइल के पास टायर जलाकर यातायात को बाधित कर दिया।
इस दौरान राजद के कुछ उग्र युवा समर्थकों ने मोटरसाइकिल सवार और अन्य वाहन चालकों पर लाठी डंडे से हमला भी कर दिया, जिसमें कुछ लोगों को चोटें भी आई।
राजद समर्थक लालू प्रसाद यादव जिंदाबाद, तेजस्वी यादव जिंदाबाद और नीतीश कुमार,सुशील मोदी मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे। राजद समर्थकों का कहना था कि इस बार चुनाव में बहुत सीटों पर महागठबंधन के प्रत्याशी हारे नहीं है बल्कि उन्हें चुनाव आयोग और स्थानीय प्रशासन से मिलीभगत कर हराया गया है।
राजद समर्थकों के हंगामे के कारण दोनों उच्च पथों पर घंटो जाम लगा रहा। बाद में पुलिस ने राजद समर्थकों को किसी तरह समझा-बुझाकर जाम को समाप्त कराया।
भोजपुर के पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय ने बताया कि जीरो माइल और मलथर की घटना के संबंध में उदवंतनगर थाना में दो नामजद और 30 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना बर्दाश्त नहीं की जाएगी और वीडियो फुटेज के जरिए दोषियों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
इस बीच जनता दल यूनाइटेड के प्रवक्ता नीरज कुमार और अजय आलोक ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राजद के समर्थक आम लोगों को पीट रहे हैं यह कैसा न्याय है।
राजद नेता तेजस्वी यादव बताएं कि क्या वह इसलिए ही राज्य में सरकार बनाना चाहते थे। उन्होंने कहा कि तेजस्वी को संवैधानिक संस्थाओं पर भी भरोसा नहीं है और वह अपने लोगों को भड़का कर प्रदेश में अराजकता पैदा करना चाहते हैं।
इस मामले पर लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष आखिर क्यों चुप्पी साधे हुए हैं।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को तोड़ने के लिए हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा को कांग्रेस की ओर से दिए गए प्रस्ताव के संबंध में आलोक ने कहा कि कांग्रेस की अब वह हैसियत नहीं है कि वह किसी को ऑफर दे सके।
उसे इसके लिए भी पहले राष्ट्रीय जनता दल से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) लेना होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की आज जो स्थिति है वह दूसरे को क्या ऑफर दे सकती है।