नई दिल्ली: भारतीय वायु सेना में शामिल होने के बाद पहली बार राफेल फाइटर जेट किसी युद्धाभ्यास का हिस्सा बनने जा रहा है।
भारत का राफेल अगले माह जोधपुर में फ्रांस के राफेल के साथ युद्धाभ्यास करेगा जिसे ‘स्काईरॉस’ नाम दिया गया है।
नए साल की शुरुआत में फ्रांस से तीसरे बैच में तीन और फाइटर जेट राफेल मिलने वाले हैं।
तीन विमानों का यह बैच आने के बाद ‘टू फ्रंट वार’ की तैयारियों में जुटी वायुसेना के पास 11 राफेल हो जाएंगे।
चीन के साथ बढ़ते तनाव के बीच भारतीय वायुसेना जनवरी के तीसरे सप्ताह में फ्रांसीसी वायुसेना के साथ युद्धाभ्यास करेगी।
जोधपुर में होने वाले इस युद्धाभ्यास में हिस्सा लेने के लिए फ्रांस की वायुसेना के राफेल विमान भारत आएंगे।
इसमें भारत के सुखोई-30एमकेआई लड़ाकू विमान भी हिस्सा लेंगे।
पहले बैच में 29 जुलाई को फ्रांस से भारत को मिले 5 राफेल विमान इसी साल 10 सितम्बर को वायु सेना में शामिल किए गए थे।
इसके बाद तीन राफेल फाइटर जेट्स का दूसरा बैच नवम्बर की शुरुआत में फ्रांस से सीधे गुजरात के जामनगर एयरबेस पर पहुंचा था।
भारत ने इन फाइटर जेट्स को ऑपरेशनल करके चीन और पाकिस्तान के मोर्चों पर तैनात किया है। फ्रांस से राफेल विमान मिलने के बाद भारतीय वायुसेना का यह पहला बड़ा युद्धाभ्यास होगा।
भारत और चीन के बीच सीमा पर चल रहे तनाव के बीच भारत और फ्रांस की वायु सेनाएं राजस्थान के जोधपुर में अगले माह तीसरे सप्ताह में युद्धाभ्यास करेंगी।
वैसे तो भारत और फ्रांस की वायुसेना एक दशक से भी अधिक लंबे समय से ’गरुड़ युद्धाभ्यास’ करती हैं लेकिन यह ‘स्काईरॉस’ इससे अलग होगा।
फ्रांसीसी वायुसेना ने आखिरी बार भारतीय वायुसेना के साथ जुलाई, 2019 में युद्धाभ्यास किया था।
इस युद्धाभ्यास में फ्रांस के राफेल विमानों के साथ भारत की ओर से सुखोई विमान शामिल हुए थे।
अब भारत के पास भी लड़ाकू राफेल आ चुके हैं, इसलिए यह पहला मौका है जब भारत के राफेल फ्रांस के राफेल के साथ ‘हवाई युद्ध’ का अभ्यास करेंगे।