नई दिल्ली: पीएम आवास योजना-ग्रामीण को शुरू हुए करीब चार साल हो चुके हैं। इस योजना के तहत अब तक 1,22,81,874 घरों का निर्माण किया जा चुका है, जो 54 फीसदी है।
केंद्र सरकार द्वारा यह योजना 20 नवंबर 2016 को शुरू की गई थी।
योजना के तहत लक्ष्य निर्धारित किया गया कि 2022 तक ग्रामीण इलाकों में रहने वाले सभी लोगों के पास अपना एक खुद का पक्का घर हो।
इस लक्ष्य के साथ 2022 तक 2,23,89,073 घरों का निर्माण किया जाना है जिसमें से 1,22,81,874 घरों का निर्माण हो चुका है।
टार्गेट के सबसे अधिक करीब राज्य उत्तर प्रदेश है। एक खास बात और है कि योजना शुरू होने के बाद से किसी भी वित्त वर्ष में घरों के निर्माण का लक्ष्य नहीं पूरा हो पाया है और इस साल लक्ष्य से बहुत दूर हैं।
पीएमएवाई-जी के तहत देश भर में सबसे अधिक घरों का निर्माण पश्चिम बंगाल में हुआ है।
मिनिस्ट्री ऑफ रूरल डिपार्टमेंट पर दिए गए आंकड़ों के मुताबिक पश्चिम बंगाल में इस योजना के तहत 20 लाख से अधिक घरों का निर्माण हो चुका है।
पश्चिम बंगाल के बाद इस योजना के तहत सबसे अधिक घरों का निर्माण मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में हुआ है।
मध्य प्रदेश में 17 लाख से अधिक और उत्तर प्रदेश में 14 लाख से अधिक घरों का निर्माण हुआ है।
पीएमएवाई-जी के तहत 2.23 करोड़ घरों का निर्माण किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
इसमें अब तक 1,95,38,491 लाभार्थियों का रजिस्ट्रेशन किया जा चुका है और 1,89,24,004 घरों की जियो टैगिंग भी की जा चुकी है।
मिनिस्ट्री की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक पीएमएवाई-जी के तहत अब तक 1,83,25,535 घरों का सैंक्शन किया जा चुका है और इसमें से 1,22,81,874 घरों का निर्माण पूरा हो चुका है।
इस योजना के तहत 2.8 लाख करोड़ रुपए का फंड निर्धारित किया गया है जिसमें से 1.7 लाख करोड़ रुपए रिलीज किए जा चुके हैं। पीएमएवाई-जी के तहत इस वित्त वर्ष 99,827 घरों का निर्माण किया जा चुका है।
इस वित्त वर्ष के लिए 64,40,157 घरों के निर्माण का लक्ष्य रखा गया है जिसके लिए अब तक 32,46,816 लाभार्थियों का रजिस्ट्रेशन भी किया जा चुका है।
चालू वित्त वर्ष में अभी तक 29,99,214 घरों का सैंक्शन हुआ है जिसमें से महज 1 लाख के करीब ही पूरे हो सके हैं।