काठमांडू: अफगानिस्तान सहित कई देशों में भयावह जानलेवा भूकंप (Earthquake) के बाद बुधवार रात नेपाल व भूटान में धरती कांपी।
नेपाल में 4.3 और भूटान में 3.5 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किये गए। गुरुवार सुबह अफगानिस्तान में दोबारा 4.4 और 4.3 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किये गए।
अफगानिस्तान में मंगलवार रात आया भूकंप भयावह साबित हुआ है। वहां एक हजार से ज्यादा लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, वहीं अपुष्ट सूत्र यह संख्या तीन हजार तक पहुंचने की बात कह रहे हैं।
इतना तय है कि सैकड़ों लोग घायल हैं और उनमें से अधिकांश गंभीर अवस्था में अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं।
इस बीच गुरुवार को एक बार फिर अफगानिस्तान (Afghanistan) में भूकंप के झटके महसूस किये गए। भारतीय समयानुसार सुबह 7.18 मिनट पर अफगानिस्तान के हिंदुकुश क्षेत्र में भूकंप के झटके महसूस किये गए।
फिलहाल कुछ और भी झटके आने की है आशंका
इस भूकंप का केंद्र काबुल से 262 किलोमीटर उत्तर पूर्व था। रिक्टर पैमाने पर इस भूकंप की तीव्रता 4.3 मापी गयी।
भारतीय समयानुसार सुबह 9.26 बजे पुन: अफगानिस्तान में काबुल से 255 किलोमीटर उत्तर पूर्व केंद्रित भूकंप के झटके महसूस किये गए। रिक्टर पैमाने पर इस भूकंप की तीव्रता 4.4 मापी गयी।
इस बीच नेपाल और भूटान में भी भूकंप के झटके महसूस किये गए हैं। भारतीय समयानुसार सुबह 3.41 बजे नेपाल में आए भूकंप का केंद्र राजधानी काठमांडू (Kathmandu) से 161 किलोमीटर दूर पश्चिमोत्तर में बताया गया है।
रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.3 मापी गई। नेपाल के कास्की जिले के आसपास इसका असर देखा गया। बगलूल, परबत, म्यागडी और तनहुन जिले भी प्रभावित रहे।
भारतीय समयानुसार सुबह 7.50 बजे भूटान में भी भूकंप के झटके महसूस किये गए, पर उनकी तीव्रता बहुत कम थी। भूटान में 3.5 तीव्रता के झटके लगे। यहां जान-माल के किसी नुकसान की जानकारी नहीं है।
वैज्ञानिकों (scientists) का कहना है कि अफगानिस्तान में आए बड़े भूकंप की वजह से अभी भूगर्भिक प्लेटों में थोड़ी बहुत हलचल रहेगी। ऐसे में फिलहाल कुछ और भी झटके आने की आशंका है।