रांची: सोशल मीडिया (social media) पर कुछ लोगों ने रेलवे में नियमों के बदलाव की गतल सूचना इस तरह फैलाई कि ट्रेन से यात्रा करने वाले यात्री भी रांची रेलवे स्टेशन पर से इस मैसेज को जगह-जगह फॉरवर्ड करते रहे।
हालांकि इस फर्जी खबर के चलते रेलवे के अधिकारियों, कर्मचारियों के साथ-साथ यात्रीगण भी परेशान होते रहे।
बाद में रेलवे (Railway) के अधिकारी को सामने सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही जानकारी को पूरी तरह गलत और फर्जी बताकर लोगों के भ्रम को शांत कराया।
चूंकि रेलवे को यह पता नहीं चल सका है कि इस अफवाह को कहां से और किसने वायरल (Viral) किया है।
इसलिए उसे आरोपी का पता नहीं चला है। बहरहाल, यात्री व्हाट्सएप (Whatsapp) पर इस संदेश को उन लोगों तक भी फॉरवर्ड करते रहे, जिन्हें रेलवे से यात्रा तक नहीं करनी थी। ऐसे में यह फर्जी संदेश काफी लोगों तक पहुंच गया।
वेटिंग लिस्ट समाप्त होने का किया गया जिक्र
सोशल मीडिया पर फैलाई अफवाह में कहा गया कि एक जुलाई से वेटिंग लिस्ट नहीं रहेगी और कंफर्म टिकट मिलेगी।
टिकट रद्द (Ticket Cancellation) करने पर 50 पैसा वापस मिलेगा। सुबह 10 बजे से 11 बजे तक एसी कोच व 11 बजे से दोपहर 12 बजे तक स्लीपर कोच की बुकिंग होगी।
शताब्दी-राजधानी में काउंटर टिकट बंद होने की गलत जानकारी भी दी
शताब्दी व राजधानी ट्रेनों में काउंटर टिकट नहीं मिलेगा। रेलवे विभिन्न भाषाओं में टिकट देगा और यह ई-वेबसाइट से मिलेगा।
यह भी अफवाह फैलाई गई कि महत्वपूर्ण ट्रेनों की डुप्लीकेट ट्रेन चलाने, राजधानी, दुरंतों, मेल, शताब्दी व एक्सप्रेस ट्रेनों की तर्ज पर सुविधा ट्रेन चलाने, रेलवे प्रीमियम ट्रेनों को पूरी तरह बंद किया जा रहा है। रेलवे ने जांच के बाद इसे पूरी तरह फर्जी सूचना बताया।
बता दें कि रेलवे में किसी भी प्रकार का बदलाव होने पर रेलवे या मंत्रालय की ओर से बकायदा समाचार पत्रों और विज्ञापनों के माध्यम के अलावा रेलवे आधिकारकि वेबसाइट (Railway official website) पर इसकी जानकारी सार्वजनिक की जाती है।