खूंटी: उपायुक्त शशि रंजन (Deputy Commissioner Shashi Ranjan) की अध्यक्षता में सोमवार को जिला स्तरीय खेल संचालन समिति की बैठक आयोजित की गयी।
इस दौरान जिले के खेल पदाधिकारी, खेल संघों के सदस्य, डे बोर्डिंग और आवासीय प्रशिक्षक सहित अन्य उपस्थित थे।
मौके पर उपायुक्त ने खेल गतिविधियों (Sports Activities) को बढ़ावा देने के लिए किये जा रहे कार्यों की जानकारी अधिकारियों और खेल संघों से ली।
DC ने कहा कि खूंटी जिले में खेल के क्षेत्र में काफी संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर उचित स्पोर्ट्स पॉलिसी तैयार की जाय।
खिलाड़ियों के बेहतर व उचित प्रशिक्षण देकर उन्हें जिला प्रशासन (district administration) द्वारा पूरा सहयोग प्रदान किया जाएगा।
इस दौरान खेलकूद के क्षेत्र में कार्य कर रहे खेल संघ, संस्थाओं और खेल प्रशिक्षकों के साथ खेलकूद से सम्बन्धित विषयों पर चर्चा की गई।
जिला स्तर पर 50 आर्चरी खिलाड़ी खेल से जुड़े
सभी संस्था व खेल प्रशिक्षक और खिलाड़ियों के लिए आवश्यक सहयोग और सामग्री उपलब्ध कराने का निर्देश उपायुक्त ने जिला खेल पदाधिकारी को दिया।
जिले के सभी प्रखण्डों में मैदान के साथ-साथ फेंसिंग, हॉकी गोल पोस्ट निर्माण करने का निर्णय लिया गया।
उपायुक्त ने कहा कि जिले में खेल गतिविधियों (Sports Activities) को बढ़ावा देने एवं सम्बन्धित कार्यों के उचित संचालन के लिए अपर समाहर्ता को नोडल बनाया गया है।
जिला स्तर पर 50 आर्चरी खिलाड़ी खेल से जुड़े हैं। आर्चरी प्रशिक्षक द्वारा जिला स्तरीय आर्चरी आवासीय प्रशिक्षण केंद्र और प्रखण्ड स्तरीय डे-बोर्डिंग की व्यवस्था (Day Boarding Arrangement) की मांग की गई, जिसमें आवासीय एवं डे बोर्डिंग की व्यवस्था के लिए विभाग से स्वीकृति प्राप्त करने का निर्णय लिया गया।
उपायुक्त ने कहा कि बिरसा कॉलेज फुटबॉल स्टेडियम (Birsa College Football Stadium) परिसर में जिले के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों मारंग गोमके, निक्की प्रधान और अन्य खिलाड़ियों की उपलब्धियों को प्रचारित किया जाएगा, जिससे जिले के अन्य खिलाड़ी प्रेरित हों।
उपायुक्त ने जिले के विभिन्न खेलों आर्चरी, हॉकी, बैडमिंटन, फुटबॉल, कराटे, क्रिकेट, बास्केटबॉल व अन्य खेलों के लिए आवश्यक व्यवस्था करने का निर्देश दिया।
उन्होंने सभी खिलाड़ियों का आईडी कार्ड (ID card) बनाने का भी निेर्दश दिया। उनके लिए परिवहन की सुविधा, विभिन्न खेलों के खिलाड़ियों के लिए हेल्थ क्लब के माध्यम से मिलने वाली सुविधा और मेडिकल सेवाएं भी सुगम रूप से उपलब्ध हो पाएंगी।
उन्होंने जिला खेल पदाधिकारी (District Sports Officer) को निर्देश दिया कि जिला स्तर पर भी विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन करें, ताकि खिलाड़ियों की प्रतिभानिखरे और उनका मनोबल बढ़े