रांची: पवित्र श्रावण मास गुरुवार से शुरू हो रहा है। इस पावन मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) शिवभक्तों को विशेष सौगात देने की तैयारी में हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को झारखंड के देवघर यानी बाबा बैजनाथ की नगरी में बने एयरपोर्ट का शुभारंभ करेंगे। इससे सावन में बाबाधाम जाने वालों को बड़ी सहूलियत होगी।
देवघर में भगवान शिव का द्वादश ज्योतिर्लिंग (Twelfth Jyotirlinga of Lord Shiva) है। इसे मनोकामना लिंग के तौर पर जाना जाता है। प्रधानमंत्री एयरपोर्ट के अलावा देवघर में बने एम्स का भी औपचारिक उद्घाटन करेंगे। इसके लिए देवघर में सारी तैयारियां पूरी की जा चुकी है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देवघर में बाबा बैजनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना भी करेंगे। प्रधानमंत्री सबसे पहले दिन के 1:15 बजे एयरपोर्ट पहुंचेंगे।
यहां वे करीब 15 मिनट तक एयरपोर्ट का मुआयना करेंगे। उसके बाद एयरपोर्ट का उद्घाटन होगा और देवघर से कोलकाता के लिए पहली उड़ान रवाना होगी।
एयरपोर्ट से निकलने के बाद प्रधानमंत्री मंदिर आएंगे और वहां करीब 20 से 25 मिनट तक पूजा करेंगे।
देवघर कॉलेज परिसर में सभा को भी संबोधित करेंगे
मंदिर में पूजा के बाद प्रधानमंत्री स्थानीय देवघर कॉलेज (Deoghar College) में एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे। इस पूरे कार्यक्रम के लिए मंदिर के पुरोहितों के अलावा अधिकारियों, मंत्रियों और नेताओं के कोविड टेस्ट भी किए जा रहे हैं।
इस यात्रा में प्रधानमंत्री देवघर एयरपोर्ट बाबा बैद्यनाथ धाम विकास परियोजना और देवघर एम्स के अलावा कई योजनाओं का उद्घाटन करेंगे।
प्रधानमंत्री रांची स्टेशन का री-डेवलपमेंट और गोड्डा कोच मेंटेनेंस डिपो की आधारशिला रखने के अलावा झारखंड को रेलवे और रोड की कई परियोजनाओं की सौगात देंगे।
इस एयरपोर्ट के शुरू हो जाने से संथाल परगना के विकास में न सिर्फ तेजी आयेगी, बल्कि रोजगार के दरवाजे भी खुलेंगे।
देवघर एयरपोर्ट से उड़ान शुरू होते ही संथाल परगना के सभी जिलों के साथ गिरिडीह, धनबाद के अलावा बिहार के भागलपुर, बांका, जमुई के लोगों के लिए भी यह नजदीकी एयरपोर्ट होगा।
इस कारण लोगों की आवाजाही देवघर से ही होगी, जिससे आर्थिक उन्नयन के साथ ही लोगों को बड़ी संख्या में रोजगार भी उपलब्ध होगा।
देश के विभिन्न हिस्सों से हवाई यात्रा (Air travel) करने वाले लोग देवघर आएंगे तो प्रत्यक्ष तौर पर उनका आवासन यहां के होटलों और लॉज में होगा।
इससे होटलों का व्यवसाय बढ़ेगा। इतना ही नहीं, उनके रहने-खाने, परिवहन से स्थानीय लोगों का व्यवसाय भी बढ़ेगा।
बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक बाबा बैद्यनाथ धाम (Baba Baidyanath Dham) के एयर कनेक्टिविटी से जुड़ने से देश-विदेश के लोगों की धार्मिक यात्रा में बढ़ोतरी होगी। साथ ही पर्यटन के दृष्टिकोण से लोग संथाल परगना के विभिन्न पर्यटक स्थलों की सैर भी कर सकेंगे।
स्टेट ऑफ आर्ट तकनीक से बना है देवघर ग्रीन एयरपोर्ट
देवघर एयरपोर्ट अपने आप में विशिष्ट है। स्टेट ऑफ आर्ट तकनीक से निर्मित ग्रीन एयरपोर्ट का संचालन पूरी तरह ग्रीन एनर्जी से होगा।
यानी एयरपोर्ट की छत पर सोलर पैनल और डबल इंश्यूलेटेड छत लगायी गयी है। एयरपोर्ट के टर्मिनल परिसर में बिजली की बचत के लिए एलइडी लाइटिंग की व्यवस्था की गयी है।
एयरपोर्ट टर्मिनल (Airport Terminal) की दीवारों पर गरमी से बचने के लिए इंश्यूलेटेड पैनल लगाया गया है। एयरपोर्ट परिसर में भूमिगत जल को रीचार्ज करने के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग की सुविधा दी गयी है। गंदे पानी को रीसाइकिल करने के लिए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट भी लगाया गया है।
एयरपोर्ट परिसर में 380 किलोवाट का सोलर पावर प्लांट लगाया गया है। इसके अलावा 600 किलोवाट क्षमता का सोलर प्लांट स्थापित किया जा रहा है।
देवघर एयरपोर्ट अपने-आप में अनूठा है। यहां पीक आवर में एक साथ तीन सौ पैसेंजर की हैंडलिंग होगी। सालाना पांच लाख विमान यात्रियों का आवागमन यहां सुनिश्चित किया गया है।
एयरपोर्ट परिसर 2698 वर्ग मीटर का है। एयरपोर्ट में नयी विमानन कंपनियों के द्वारा निर्मित एयरबस 320, एयरबस 321 और बोईंग 737 विमान देवघर एयरपोर्ट से लैंडिंग और और टेक ऑफ कर सकते हैं। नागर विमानन मंत्रालय (Ministry Of Civil Aviation) की तरफ से इसे ग्रीन एयरपोर्ट बनाया गया है।