नई दिल्ली: कोरोना संक्रमण से प्रतिदिन होने वाली मौतों के मामले में महाराष्ट्र और दिल्ली की स्थिति चिंताजनक है। महाराष्ट्र में लंबे समय से प्रतिदिन 100 से अधिक लोगों की मौत कोरोनावायरस के कारण हो रही है। अब दिल्ली में भी 100 के करीब मौत कोरोना संक्रमण के कारण होने लगी हैं। यदि दोनों राज्यों के मौत के आंकड़े को अलग कर दिया जाए तो देश में प्रतिदिन कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या अन्य राज्यों में उतनी चिंताजनक नहीं है।
कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, पंजाब जैसे राज्यों में कोरोना से प्रतिदिन होने वाली मौतों की संख्या दहाई में आ रही है। कोरोना संक्रमण में अब सबसे बड़ी चुनौती मौत की संख्या पर नियंत्रण पाना है। केरल में पहले कोरोना से मौतें कम हो रही थी लेकिन अब दहाई की संख्या में हो रही हैं।
बहुत से राज्यों में संक्रमण अभी भी तेजी से बढ़ रहा है। महाराष्ट्र में संक्रमण पहले की अपेक्षा नियंत्रित हुआ है, लेकिन अभी भी वहां 4000 से अधिक मरीज प्रतिदिन मिल रहे हैं। शुक्रवार को महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के 4132 नए मामले सामने आए।
महाराष्ट्र में अब तक 17 लाख 40 हजार 461 लोगों को कोरोना का संक्रमण हो चुका है। शुक्रवार को कर्नाटक में 2016, आंध्र प्रदेश में 1593, तमिलनाडु में 1939, केरल में 5804, पश्चिम बंगाल में 3835, ओडिशा में 1018, हरियाणा में 2686, गुजरात में 1152, मध्यप्रदेश में 1048 नए कोरोना संक्रमित मिले।
समूचे भारत में शुक्रवार को कोरोना संक्रमण के लगभग 45 हजार नए मामले सामने आए और पीड़ितों की संख्या बढ़कर 87 लाख 70 हजार के करीब पहुंच गई। भारत में शुक्रवार तक कोरोना 1 लाख 29 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी थी। ठीक होने वालों की संख्या 81 लाख 60 हजार के करीब थी।
भारत में एक्टिव मामले 4 लाख 80 हजार से ऊपर हैं लेकिन इनकी संख्या में निरंतर गिरावट आ रही है। यह एक अच्छी बात है। बहुत से प्रांतों में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है। ठंड प्रारंभ हो चुकी है आने वाले समय में भारत को बढ़ते कोरोनावायरस मरीजों की संख्या की चुनौती से जूझना पड़ेगा।