नई दिल्ली: बीते वित्तवर्ष 2021-22 का आयकर रिटर्न (ITR) भरने की अंतिम तिथि 31 जुलाई, 2022 निधारित है।
विभाग का कहना है कि इसकी तारीख बढ़ाई जा सकती है। पिछले दो साल महामारी के अलावा पोर्टल पर आ रही तकनीकी खामियों की वजह से भी रिटर्न की तारीख बढ़ाई गई थी।
इनकम टैक्स विभाग (Income Tax Department) ने 2 जुलाई को एक ट्वीट (Tweet) में कहा था कि इंफोसिस (Infosys) की ओर से तैयार किए गए नए सॉफ्टवेयर अब भी करदाता लगातार रिटर्न नहीं भर पा रहे हैं और कंपनी पोर्टल पर आ रही इन दिक्कतों से निपटने का सक्रिय उपाय कर रही है।
विभाग ने आगे लिखा, यह देखा गया है कि कुछ करदाताओं को इनकम टैक्स विभाग के ई-फाइलिंग पोर्टल (E-Filing Portal) पर पहुंचने में समस्या आ रही है। जैसा कि इंफोसिस ने बताया है कि वे पोर्टल पर अनियमित ट्रैफिक से जुड़ी समस्याओं का समाधान कर रहे हैं। ऐसे में कुछ यूजर्स को समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
पोर्टल पर तकनीकी खामियों के
विभाग ने जुलाई के पहले सप्ताह के आंकड़े जारी कर बताया था कि अभी रिटर्न भरने वालों की संख्या काफी कम है।
पहले सप्ताह तक महज 99.20 लाख लोगों ने रिटर्न भरा था, जो 31 जुलाई तक भरे जाने वाले कुल रिटर्न की अनुमानित संख्या 7.5 करोड़ से काफी पीछे है।
विशेषज्ञ का कहना है कि पोर्टल पर तकनीकी खामियों के साथ यह काफी मुश्किल लग रहा है कि शेष बचे 21 दिनों में करीब 6.5 करोड़ करदाता अपना रिटर्न दाखिल कर सकेंगे।
दरअसल, पिछले आकलन वर्ष का रिटर्न भरने की अंतिम तिथि विभाग ने बढ़ाकर 15 मार्च कर दी थी, जो काफी ज्यादा है। ऐसे में इस बात की बड़ी संभावना है कि विभाग इस बार की डेडलाइन को कम से कम 1 महीने के लिए बढ़ा दे।
विभाग ने इस बात को भी स्वीकार किया है कि पोर्टल पर लगातार तकनीकी खामियां बनी हुई हैं। इसकी संभावना इसलिए भी बढ़ जाती है, क्योंकि विभाग ने पिछले 11 में से 8 बार तारीख को बढ़ाई है, जिसमें Corona काल में हुई बढ़ोतरी भी शामिल है।