नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Chief Minister Arvind Kejriwal) ने शनिवार को कहा कि उनकी सरकार की निशुल्क शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और बिजली (Education, healthcare and Electricity) की योजनाएं ‘मुफ्त की रेवड़ी’ (Free Rrewari) नहीं हैं, बल्कि भारत को दुनिया का नंबर एक देश बनाने की नींव रखने का प्रयास है।
उन्होंने कहा कि अगर ईश्वर की इच्छा से वह ऐसा करने की स्थिति में हैं, तो देश में सभी के लिए शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं मुफ्त होंगी।
PM ने रेवड़ी कल्चर’’ को देश के विकास के लिए ”बहुत घातक” बताया
इससे पूर्व दिन में PM नरेन्द्र मोदी ने मुफ्त में सुविधाएं उपलब्ध कराने वाली राजनीति की तीखी आलोचना करते हुए कहा था कि यह ‘‘रेवड़ी कल्चर’’ देश के विकास के लिए ”बहुत घातक” है।
बिना किसी का नाम लिए केजरीवाल ने कहा, ‘‘मैं आपको बताऊंगा कि कौन ‘रेवड़ी’ बांट रहा है और मुफ्त सौगात दे रहा है। दोस्तों का हजारों करोड़ रुपये का कर्ज माफ करना और दोस्तों के लिए विदेशी दौरों से हजारों करोड़ रुपये का ठेका लेना मुफ्त उपहार है।’’
केजरीवाल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘फरिश्ते योजना के माध्यम से हमने हादसों में घायल हुए लोगों का समय पर मुफ्त इलाज कर 13,000 लोगों की जान बचाई। उनके परिवार वालों से पूछिए कि केजरीवाल ‘‘रेवड़ी’’ बांट रहे हैं या कोई नेक काम कर रहे हैं।’’
देश में हो रही है दो तरह की राजनीति
उन्होंने कहा कि आज देश में दो तरह की राजनीति हो रही है- एक ईमानदारी वाली और दूसरी भ्रष्टाचार। उन्होंने कहा कि सभी को अच्छी शिक्षा और स्वास्थ्य (Education and Health) सेवाएं देकर भारत को दुनिया का नंबर एक देश बनाने के लिए एक मजबूत नींव रखने की जरूरत है।