नई दिल्ली: देश के नए राष्ट्रपति के चुनाव (President Election) के लिए सोमवार को संसद और संबंधित राज्य विधानसभाओं में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान (Election) शुरू हो गया है। मतदान सुबह 10 बजे शुरू होगा और शाम 5 बजे तक जारी रहेगा।
द्रौपदी मुर्मू एनडीए (Draupdi Murmu NDA) की उम्मीदवार हैं, जो विपक्षी दलों द्वारा समर्थित यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं।
संसद परिसर के अंदर एक मतदान केंद्र स्थापित किया गया है, जहां संसद के सदस्य अपना वोट डालेंगे।
राज्यसभा के महासचिव इस चुनाव के लिए Returning ऑफिसर हैं।
राष्ट्रपति का चुनाव इलेक्टोरल कॉलेज के सदस्यों द्वारा किया जाता है। भारत में राष्ट्रपति को जनता के चुने हुए प्रतिनिधि यानी सांसद और विधायक वोट डालते हैं, जिन्हें इलेक्टोरल कॉलेज कहते हैं। इस इलेक्टोरल कॉलेज में लोकसभा और राज्यसभा के निर्वाचित सदस्य और इसके साथ सभी विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्य होते हैं। इनमें से हर एक को इलेक्टर कहा जाता है।
राज्य विधान परिषद और लोकसभा और राज्यसभा के नॉमिनेटेड सदस्य इस चुनाव का हिस्सा नहीं होते, क्योंकि इन्हें जनता द्वारा नहीं चुना जाता है।
अगले राष्ट्रपति 25 जुलाई को शपथ लेंगे
राष्ट्रपति चुनाव में कुल 776 सांसद और 4,033 विधायक मतदान करेंगे।
वोटों का कुल मूल्य 10,86,431 है, जिसमें विधायकों के वोट 5,43,231 और सांसदों के 5,43,200 हैं।
2017 में राष्ट्रपति चुनाव 17 जुलाई को हुए थे और परिणाम 20 जुलाई को घोषित किया गया था।
इस बार राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटों की गिनती 21 जुलाई को होगी, जबकि देश के अगले राष्ट्रपति 25 जुलाई को शपथ लेंगे। बता दें कि मौजूदा राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है।
COVID-19 के निर्देशों का पालन करते हुए मतदान की व्यवस्था की गई
उन्होंने बताया कि यदि कोई सदस्य इस अवधि में कोविड-19 से संक्रमित होता है तो सूचना प्राप्त होने पर सदस्य को कोविड-19 के निर्देशों का पालन करते हुए मतदान की व्यवस्था की जाएगी। इसके साथ ही कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के पक्ष में मतदान केंद्र पर थर्मल स्क्रीनिंग जांच, रैपिड जांच, आरटीपीसीआर जांच, ऑक्सीजन स्तर की जांच, मास्क, सुसज्जित एंबुलेंस, आपातकालीन उपकरण एवं सैनिटाइजेशन की व्यवस्था भी की गई है।