नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने IAS अधिकारी पूजा सिंघल (Pooja Singhal) से संबंधित मनरेगा घोटाले की जांच के सिलसिले में मिले अवैध खनन संबंधित सबूतों के आधार पर आगे कार्रवाई करते हुए तीन व्यक्तियों के 37 बैंक खातों से 11.88 करोड़ रुपये जब्त किए हैं।
ED की शुक्रवार को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार यह खाते पंकज मिश्रा, दाहु यादव और उनके सहयोगियों के हैं। यह कार्रवाई धन शोधन निरोधक अधिनियम (PMLA) 2002 के तहत की गयी है।
इससे पहले ED ने 08 जुलाई को झारखंड में साहिबगंज, बरहेट, राजमहल, मिर्जा चौकी और बरहरवा ने 19 जगहों पर छापे मारकर आपत्तिजनक दस्तावेज (Oncriminating Document) और 5.34 करोड़ रुपये की नगदी जब्त की थी।
इस दौरान एजेंसी ने पत्थर तोड़ने की पांच मिलों को भी पकड़ा जो गैर-कानूनी रूप से चलायी जा रही थीं। मौके से पांच अवैध कारतूस मिले।
EDने कहा है कि इस कार्रवाई में मिले शाक्ष्यों, डिजिटल एवं कागजी दस्तावेज और विभिन्न व्यक्तियों के बयानों के आधार पर पता लगा है कि बैंकों में रखी गयी रकम गैर-कानूनी कमायी (Illegal Earnings) से जुटायी गयी है।
शाहिबगंज इलाके में गैर-कानूनी खनन का धंधा जोरो पर हैं। वहां वन क्षेत्र में भी गैर-कानूनी रूप से खनन किया जा रहा था।
सुमन कुमार के खिलाफ अभियोजन की शिकायत डाल दी गयी
ED का कहना है कि इन तलाशियों में और भी 100 करोड़ की कमायी के सुत्र हाथ लगे हैं। जिनकी जांच की जा रही है।
इससे पहले मई 2022 में ED ने मनरेगा घोटाले में पीएमएलए, 2002 के तहत 36 स्थानों पर छापे मारकर 19.76 करोड़ रुपये की नगदी जब्त की थी। इनमें आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल और उनसे जुड़े लोगों के ठिकाने शामिल हैं।
इस मामले में भी जुटाए गए साक्षों से यह बात पता लगी थी कि बरामद नगदी का एक बड़ा हिस्सा गैर-कानूनी खनन व्यवसाय (Illegal Mining Business) से जुटाया गया था जो अधिकारियों और राजनेताओं की ओर से चलाया जा रहा था।
इस मामले में पूजा सिंघल और उनके चार्टड लेखाकार सुमन कुमार (Suman Kumar) को गिरफ्तार किया गया था और वे न्यायिक हिरासत में जेल में हैं। उनके खिलाफ अभियोजन की शिकायत डाल दी गयी है।