नई दिल्ली: शुक्रवार को खत्म हुआ कारोबारी सप्ताह घरेलू शेयर बाजार (Share Market) के लिए जबरदस्त मजबूती वाला सप्ताह रहा।
इस सप्ताह के पांचों कारोबारी दिन के दौरान शेयर बाजार मजबूती के साथ बंद होने में सफल रहे। सबसे बड़ी बात ये रही कि इस सप्ताह विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (foreign portfolio investors) लंबे अंतराल के बाद नेट बायर (खरीदार) के रूप में कारोबार करते नजर आए। जबकि पिछले कुछ महीनों से उनकी भूमिका नेट सेलर (बिकवाल) की ही रही थी।
शुक्रवार को खत्म हुए सप्ताह में लगातार मजबूती का रुख बने रहने की वजह से बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (Bombay Stock Exchange) का सेंसेक्स 2,311.5 अंक यानी 4.29 प्रतिशत की मजबूती के साथ 56,072.23 अंक के स्तर पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की तरह ही नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange) के निफ्टी ने 670.30 अंक यानी 4.17 प्रतिशत की तेजी के साथ 16,719.45 अंक के स्तर पर अपने साप्ताहिक कारोबार का अंत किया।
शेयर बाजार के जानकारों के मुताबिक सकारात्मक वैश्विक संकेत, विदेशी निवेशकों की बाजार में खरीदार के तौर पर वापसी, जून तिमाही के दौरान दिग्गज कंपनियों के उत्साहजनक नतीजे, मॉनसून की वापसी और अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमत पर बना दबाव घरेलू शेयर बाजार के सेंटीमेंट्स को मजबूत करने के अहम कारक रहे।
इसके साथ ही अमेरिकी बाजार (US market) में आई तेजी ने भी दुनिया के अन्य शेयर बाजारों के साथ ही भारतीय शेयर बाजार को भी मजबूती देने में बड़ी भूमिका निभाई।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के मार्केट केपीटलाइजेशन में सबसे ज्यादा बढ़त दर्ज की गई
पूरे सप्ताह के कारोबार के दौरान बीएसई के लार्ज कैप इंडेक्स ने ओवरऑल 4 प्रतिशत की मजबूती दर्ज की। इस इंडेक्स में शामिल शेयरों में लार्सन एंड टूब्रो इंफोटेक, पीरामल इंटरप्राइजेज, इंडसइंड बैंक, एक्सिस बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, वेदांता और अल्ट्राटेक सीमेंट ने खरीदारी के सपोर्ट से सबसे ज्यादा बढ़त दर्ज की।
इसी तरह बीएसई के मिडकैप इंडेक्स ने पूरे सप्ताह के कारोबार के दौरान ओवरऑल 3.5 प्रतिशत की तेजी दर्ज की। इस इंडेक्स में शामिल आदित्य बिरला कैपिटल, केनरा बैंक, श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनेंस कारपोरेशन, क्लीन साइंस एंड टेक्नोलॉजी और आरबीएल बैंक के शेयरों में 10 प्रतिशत से अधिक की बढ़त दर्ज की गई।
स्मॉल कैप की बात की जाए तो बीएसई के स्मॉल कैप इंडेक्स में भी पूरे सप्ताह के कारोबार के दौरान ओवरऑल 4 प्रतिशत की छलांग लगाई।
इंडेक्स में शामिल एजीज लॉजिस्टिक, अंजनी पोर्टलैंड सीमेंट्स, पीटीसी इंडस्ट्रीज, रेपको होम फाइनेंस, अनंतराज, एजी ग्रीनपैक, क्विक हील टेक्नोलॉजी, ओमैक्स, लासा सुपर जेनेरिक्स, ब्राइटकॉम ग्रुप, इगाराशि मोटर्स, ऊर्जा ग्लोबल, संदूर मैंगनीज, नवकार, सिंकॉम फॉर्मूलेशंस और हैपिएस्ट माइंड्स टेक्नोलॉजी के शेयरों में 20 से 30 प्रतिशत तक की बढ़त दर्ज की गई।
कारोबार के लिहाज से शुक्रवार को खत्म हुए सप्ताह के दौरान बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (Bombay Stock Exchange) में लिस्टेड कंपनियों में से रिलायंस इंडस्ट्रीज के मार्केट केपीटलाइजेशन में सबसे ज्यादा बढ़त दर्ज की गई।
इसके अलावा टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज (Tata Consultancy Services), आईसीआईसीआई बैंक और इंफोसिस मार्केट कैपिटलाइजेशन के मामले में दूसरे, तीसरे और चौथे स्थान पर रहे। दूसरी ओर डॉ. रेड्डीज लेबोरेट्रीज के मार्केट कैप में इस कारोबारी सप्ताह के दौरान सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई।
डर कम होने की वजह से दुनियाभर के शेयर बाजार को राहत मिली
सेक्टोरल इंडेक्स के परफॉर्मेंस पर नजर डालें, तो इस कारोबारी सप्ताह के दौरान पीएसयू बैंक इंडेक्स में सबसे अधिक 7.7 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। जबकि आईटी इंडेक्स 6.3 प्रतिशत, बैंक इंडेक्स 6 प्रतिशत और मेटल इंडेक्स 5.4 प्रतिशत की मजबूती के साथ ऊपर की ओर चढ़ा।
शेयर बाजार में खरीदारी और बिकवाली के लिहाज से सबसे उल्लेखनीय बात विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों का एक बार फिर खरीदारी शुरू करना रहा।
इस कारोबारी सप्ताह के दौरान विदेशी निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजार में 4,037.29 करोड़ रुपये की खरीदारी की, वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों ने इस कारोबारी सप्ताह के दौरान 940.47 करोड़ रुपये की खरीदार की।
खरीदारी और बिकवाली के आंकड़ों को मिलाकर देखें, तो जुलाई में विदेशी निवेशक अभी तक 6,421.84 करोड़ रुपये की बिकवाली कर चुके हैं, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने इस महीने अभी तक 8,307.51 करोड़ रुपये की खरीदारी की है।
शेयर बाजार की चाल के संबंध में धामी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट प्रशांत धामी (Vice President Prashant Dhami) का कहना है कि यूएस फेडरल रिजर्व की तरफ से ब्याज दरों में आक्रामक बढ़ोतरी करने का डर कम होने की वजह से दुनियाभर के शेयर बाजार को राहत मिली है।
इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में गिरावट का रुख बनने से भी वैश्विक माहौल सकारात्मक हुआ है।
वैश्विक परिस्थितियों की वजह से ही अभी तक घरेलू शेयर बाजार लगातार गिरता रहा
इसी तरह मार्केट एक्सपर्ट मयंक मोहन का कहना है कि विदेशी पोर्टफोलियो (Foreign Portfolio) निवेशकों की घरेलू बाजार में खरीदार के तौर पर वापसी होने से भारतीय निवेशकों का हौसला भी इस सप्ताह बढ़ता हुआ नजर आया।
इसी कारण इस सप्ताह भारतीय शेयर बाजार में बिकवाली के मुकाबले लिवाली अधिक तेज रही है। घरेलू शेयर बाजार ने इस सप्ताह के पहले 15 जुलाई को खत्म हुए सप्ताह के दौरान भी आखिरी कारोबारी दिन मजबूती हासिल की थी।
इस तरह 22 जुलाई को लगातार छठे कारोबारी दिन घरेलू शेयर बाजार (Domestic Stock Market) ने मजबूती दर्ज कर इस बात का संकेत दिया है कि घरेलू बाजार के फंडामेंटल लगातार मजबूत बने हुए हैं।
इससे ये बात भी स्पष्ट होती है कि वैश्विक परिस्थितियों की वजह से ही अभी तक घरेलू शेयर बाजार लगातार गिरता रहा है। ऐसे में अगर अंतरराष्ट्रीय मोर्चे (International front) पर कोई बड़ा उलटफेर नहीं हुआ, तो आने वाले दिनों में भारतीय शेयर बाजार में मजबूती बने रहने की उम्मीद की जा सकती है।