पलामू : कोरोना महामारी के बाद Monkeypox नामक खतरनाक बीमारी भी लोगों को अपनी जद में लेने लगा है।
पलामू जिले के चैनपुर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत नरसिंहपुर पथरा में Monkeypox का संदिग्ध महिला का मामला सामने आया है, जिससे स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह हरकत में आ गया है।
गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उस महिला का सैंपल (Sample) लिया है। उसका सैंपल (Sample) लेकर जांच के लिए ICMR नेशनल इंस्टीच्यूट आफ वाइरोलाजी लेबोरेटरी, पुणे में भेज दिया गया है। जांच में महिला शूगर की मरीज निकली है।
उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पहुंची थी महिला
दरअसल पलामू जिला मुख्यालय मेदिनीनगर के नजदीकी चैनपुर प्रखंड के नरसिंहपुर पथरा गांव निवासी 55 वर्षीय महिला बुधवार को पथरा स्थित Primary Health Centre (प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र) में उपचार कराने पहुंची थी।
उसके हाथ में पिछले 15 दिनों से छोटे-छोटे दाना-जख्म निकले हुए हैं। वहां मौजूद चिकित्सक ने उसे देखा तो उन्हें Monkeypox जैसा लक्षण होने का शक हुआ। उन्होंने मरीज से संबंधित बातचीत चैनपुर के MOIC डा. चमन कुमार भारद्वाज से की।
इसके बाद चिकित्सक ने उस महिला को Home Isolate में रहने हिदायत दी। चैनपुर प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. चमन कुमार भारद्वाज ने बताया कि महिला के दाहिने हाथ में 15 दिनों से दाना-जख्म निकलने की सूचना मिली थी।
विभागीय स्तर पर उसका Sample लेकर पुणे भेज दिया गया है। हालांकि उसमें Monkeypox का लक्षण नहीं पाया गया है। उसका Blood Sugar लेवल 308 है।
पांच अलग-अलग प्रकार का लिया गया सैंपल
नरसिंहपुर पथरा गांव निवासी संदिग्ध महिला का विभागीय स्तर पर पांच अलग-अलग प्रकार का Sample लिया गया है। इसमें यूरिन, नाक-कान से थ्रोट, ब्लड और दाना के पानी का भी सैंपल शामिल है।
उस सैंपल को Monkeypox जांच के लिए पुणे स्थित ICMR नेशनल इंस्टीच्यूट आफ वाइरोलाजी लेबोरेटरी भेज दिया गया है। इसके पीछे कारण यह है कि उस लैब को इस जांच के लिए बेहतर माना गया है। केंद्र सरकार के Guideline के मुताबिक उसी लैब में Sample भेजने के लिए राज्य सरकार को आदेश भी मिला है।