मुंबई: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने Sunday शाम यहां पात्रा चाल भूमि घोटाले में कथित धनशोधन मामले में शिवसेना सांसद Sanjay Raut को हिरासत में लिया है। आगे की कार्रवाई के लिए उन्हें ED Office ले जाने से पहले कई घंटों तक Inquiry की गई।
जैसे ही Raut को उनके मैत्री बंगले से बाहर निकाला गया, बाहर इंतजार कर रहे उनके सैकड़ों समर्थक वहां पहुंच गए और भगवा झंडा लहराने लगे, जबकि उनकी Wife वर्षा, मां और Family के अन्य सदस्य उदास नजर आए।
राउत ने एक निजी News Channel को Phone पर बताया कि वह ED के साथ पूरी तरह से सहयोग कर रहे हैं और Shiv Sena को खत्म करने के लिए सुनियोजित Political साजिश के आगे नहीं झुकेंगे।
ED की टीम बिना कोई Notice दिए Early Morningआ गई
उन्होंने कहा, मैं डरा नहीं हूं.. Law से असहयोग का सवाल ही नहीं है, मैं Shiv Sena के लिए खुद को कुर्बान करने को तैयार हूं।
ED की टीम बिना कोई Notice दिए Early Morningआ गई, इस तथाकथित मामले में मेरे पास से कोई कागजात नहीं मिला।
उन्होंने दोहराया कि महा विकास अघाड़ी सरकार (जो 29 June को गिर गई) को गिराने में मदद करने के लिए उन पर अतीत में दबाव डाला जा रहा था और उन्होंने अपने खिलाफ (Against) ED के आरोपों को झूठा करार दिया। उन्होंने कहा कि वो किसी के सामने नहीं झुकेंगे, लेकिन BJP के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।
राउत ने कहा, Party मेरे पीछे है। उद्धव ठाकरे मेरा समर्थन कर रहे हैं।
राउत ने कहा कि उन्होंने ED से समय मांगा था, क्योंकि वह आगामी Vice Presidential Election में व्यस्त हैं, जिसके लिए वह विभिन्न Opposition Partie के साथ समन्वय कर रहे हैं।
राउत ने कहा, Party मेरे पीछे है। उद्धव ठाकरे मेरा समर्थन कर रहे हैं। हम ऐसे दबावों के सामने आत्मसमर्पण नहीं करेंगे, जिसका मकसद हमें चुप कराना और Shiv Sena को खत्म करना है।
ED, 9 Hours से अधिक समय तक तलाशी ली गई: राउत
सांसद के भाई MLA Sunil Raut ने एक निजी News Channal को बताया कि ED पात्रा चॉल मामले से संबंधित कुछ दस्तावेजों का पता नहीं लगा सकी, जिसके कारण संजय राउत को हिरासत में लिया गया और उन्हें ED Office ले जाया गया।
ED की कार्रवाई Sunday को सुबह राउत के भांडुप आवास, मैत्री पर धावा बोलने के बाद हुई और 9 Hours से अधिक समय तक तलाशी ली गई।
राउत को दो समन भेजे जाने के बाद ED की टीम उनके घर पहुंची। राउत ने 7 August तक का समय मांगा था, क्योंकि वह संसद (Parliament) से संबंधित कार्य में Busy थे।
DHFL, Yes Bank मामले में पुणे के व्यवसायी Avinash Bhosle से हिरासत में पूछताछ की थी
हिरासत की News सुनकर सैकड़ों शिवसैनिकों ने बाहर आकर विरोध प्रदर्शन किया, नारे लगाए और राउत को हिरासत (Custody) में लेने की निंदा की।
ED का यह कदम Shiv Sena के 16 बागी विधायकों की अयोग्यता से संबंधित Supreme Court (SC) के समक्ष महत्वपूर्ण सुनवाई से एक दिन पहले आया है।
Government ने किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए Mumbai Police और Central Reserve Police Force (CRPF) द्वारा कड़ी सुरक्षा तैनात की थी।
ED ने इनसे पहले डीएचएफएल (DHFL) Yes Bank मामले में पुणे के व्यवसायी Avinash Bhosle से हिरासत में पूछताछ की थी और Source ने दावा किया था कि वे इस मामले में भी राउत से Inquiry करना चाहते थे।
सूत्रों ने कहा कि ED का पात्रा चॉल मामला भी DHLF मामले से जुड़ा है।
राउत ने पहले Twitter पर आरोप लगाया कि Central के निर्देश पर उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है।
ED ने April में भूमि घोटाले के सिलसिले में राउत की संपत्ति कुर्क की थी।
ED ने राउत के सहयोगी Praveen Raut की 9 Crore Rupees की संपत्ति और Sanjay Raut की पत्नी वर्षा राउत की 2 Crore Rupees की संपत्ति कुर्क की थी।
Praveen के पास अलीबाग में आठ लैंड पार्सल और वर्षा राउत के नाम पर पंजीकृत एक Flat था, जिसे कुर्क किया गया है। ईडी ने इस मामले में Praveen को Arrested किया था।
ED के एक अधिकारी ने कहा, हमने मामले में एचडीआईएल( HDIL) के प्रवीण, सारंग वधावन और राकेश वधावन और गुरु Ashish Construction और अन्य के Against आरोप पत्र दायर किया था।
ED को जांच के दौरान पता चला कि Praveen ने वर्षा को कथित तौर पर 55 Lakh Rupees का भुगतान किया था। यह भुगतान Praveen की पत्नी के Bank खाते से किया गया था।