नई दिल्ली: वकील कपिल सिब्बल (Advocate Kapil Sibal) के खिलाफ अवमानना की कार्रवाई शुरू करने के लिए दो वकीलों शशांक शेखर झा और विनीत जिंदल ने अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल (Attorney General KK Venugopal) को पत्र लिखा है।
पत्र में कहा है कि कपिल सिब्बल ने सियासी लाभ के लिए न्यायपालिका (Judiciary) की गरिमा को गिराने वाला बयान दिया है। उनके खिलाफ अवमानना की कार्रवाई होनी चाहिए।
SC से कोई राहत मिलेगी, तो ये आपकी गलतफहमी है
दरअसल, पिछले हफ्ते एक सेमिनार (One-Seminar) में कपिल सिब्बल ने कहा था कि पचास साल तक सुप्रीम कोर्ट (SC) में वकालत के बाद मैं इस निष्कर्ष पर पहुंचा हूं कि मुझे SC से कोई उम्मीद नहीं है।
अगर आपको लगता है कि आपको SC से कोई राहत मिलेगी, तो ये आपकी गलतफहमी है।