पटना: प्रदेश की राजधानी में तकरीबन साढ़े तीन सौ करोड़ रुपये की लागत से 53,504 स्क्वॉयर मीटर में बने पुलिस मुख्यालय ‘सरदार पटेल’ भवन की छत पर इस वर्ष से हेलिकॉप्टर की लैंडिंग शुरू हो जाएगी।
भवन निर्माण विभाग ने मंत्रिमंडल सचिवालय को पत्र भेजकर हेलिकॉप्टर लैंडिंग के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय से अनुमति लेने का अनुरोध किया है।
सरदार पटेल भवन राज्य का ऐसा सात मंजिला पुलिस मुख्यालय है, जिसका निर्माण हाइटेक तरीके से किया गया है।
भवन किसी भी प्रकार की आपदा और माहौल में विधि-व्यवस्था को नियंत्रित करने में सक्षम है।
इस भवन को 10 दिनों के पावर बैकअप से लैस किया गया है। यह भवन पूरी तरह से भूकंपरोधी है और नौ रिक्टर स्केल तक के भूकंप के झटकों को भी आसानी से झेलने में सक्षम है।
भवन की छत पर हेलीपैड के साथ ही आधुनिक कमांड सेंटर भी बनाया गया है।
विपरीत परिस्थतियों में इस भवन की छत पर बने हेलीपैड से पुलिस बल को किसी भी आपदा से निपटने के लिए रवाना किया जा सके, यहां ऐसी सुविधा उपलब्ध है।
इस भवन में प्रदेश के सभी रैंक के पुलिस पदाधिकारियों के बैठने की व्यवस्था है। इस भवन से पूरे राज्य की विधि-व्यवस्था को मॉनिटर करने के साजो-सामान भी उपलब्ध हैं।
इसके अलावा यहां ऑफिस जोन, डॉरमेट्री, डाइनिंग हॉल, मुख्यमंत्री और गृह सचिव के कक्ष भी हैं।
अब इस भवन की छत पर बने हेलीपैड से उड़ान और लैंडिंग हो, इसके लिए सरकार ने कवायद शुरू कर दी है।
भवन निर्माण विभाग ने हाल ही में हुई एक समीक्षा बैठक के बाद मंत्रिमंडल सचिवालय को एक पत्र भेजा है और आग्रह किया है कि मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग हेलिकॉप्टर के लैंडिंग-टेक-ऑफ के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय से अनुमति प्राप्त करे ताकि इस वर्ष जल्द से जल्द यह कार्य शुरू हो सके।