रांची: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मंगलवार को रांची स्थित एयरपोर्ट रोड कार्यालय (Airport Road Office) में कई IAS अधिकारियों के करीबी विशाल चौधरी से पूछताछ की। ED ने विशाल चौधरी को अवैध खनन और मनरेगा घोटाला मामले में पूछताछ के लिए तलब किया था।
इससे पूर्व ED ने बीते 24 मई को रांची स्थित उसके परिसरों पर छापा मारा था। छापेमारी के बाद वह मौके से गायब हो गया था। छापेमारी के दौरान विशाल चौधरी ने अपना Mobile Phone कूड़ेदान में फेंक दिया था, जिसे बाद में ED अधिकारियों ने सुरक्षित बरामद कर लिया था।
2012 में उसने VFRES की स्थापना की थी
विशाल की स्वास्थ्य, कौशल विकास के साथ-साथ उत्पाद शुल्क और शराबबंदी जैसे कई राज्य प्रायोजित क्षेत्रों में उसकी विशेष व्यावसायिक रुचि रही है।
साल 2012 में उसने विनायक फंडामेंटल रिसर्च एंड एजुकेशन सोसाइटी (VFRES) की स्थापना की थी। जल्द ही झारखंड कौशल विकास मिशन का भागीदार बन गया और हर साल झारखंड के 3000 युवाओं के कौशल विकास प्रशिक्षण और प्लेसमेंट के लिए MOU भी किया था।
विशाल चौधरी की पत्नी श्वेता, भाई त्रिवेणी चौधरी की वयम इंफो सिक्योरिटी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड, वयम इंफो सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, एफजीएस कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड और अन्य जैसी कई अन्य कंपनियां हैं जो उनके परिवार से जुड़ी हुई हैं।