खूंटी: अड़की थाना के ग्राम मदहातु टोला कोदे लेबे में ग्राम प्रधान बयार सिंह मुंडा उर्फ सुखराम मुंडा सहित उसके पुत्र और बहू की हुई 31 अगस्त को हुई हत्या में शामिल उसी गांव के पांच आरोपितों को गिरफ्तार (Arrest) कर Police ने इस तिहरे हत्याकांड की गुत्थी को सुलझा लेने का दावा किया है।
गिरफ्तार (Arrest) आरोपितों में मृतक ग्राम प्रधान का भतीजा सिंगराय हरिबीना (19), चंबरा चुटिया पूर्ति (22 ), बिरसा हरिबीना (21 ), विकराय हरिबीना (22 ) और जाबोर चुटिया पूर्ति (19 ) शामिल हैं। यह जानकारी SP अमन कुमार ने सोमवार शाम अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित Press Conference में दी। गिरफ्तार आरोपितों ने पुलिस के समक्ष अपना अपराध स्वीकार करते हुए बताया कि पूर्व में माओवादियों के साथ संबंध और उग्रवादी कांड में संलिप्त रहे मृतक ग्राम प्रधान दबंग प्रवृत्ति का था।
इस अवैध संबंध को लेकर भी ग्रामीणों में ग्रामप्रधान के चरित्र को लेकर नाराजगी थी
वह आये दिन गांव में माओवादियों को बुलाकर अन्य ग्रामीणों को बेवजह धमकाता और मारपीट किया करता था। इसके साथ ही हत्याकांड में गिरफ्तार (Arrest) उसका भतीजा सिंगराय हरिबीना की चाहत ग्राम प्रधान बनने की थी।
लेकिन अपने ग्राम प्रधान चाचा और उसके बेटे के जिंदा रहते वह ग्राम प्रधान नहीं बन सकता था। अपनी इसी चाहत की पूर्ति के लिए वह अपने ग्रामप्रधान चाचा और उसके बेटे को ठिकाने लगाना चाहता था।
दूसरी ओर मृतक ग्रामप्रधान का डाड़ी गांव की एक महिला के साथ अवैध संबंध था। इस अवैध संबंध को लेकर भी ग्रामीणों में ग्रामप्रधान के चरित्र को लेकर नाराजगी थी।
इन्हीं सब कारणों के कारण 22 परिवार वाले कोदे लेबे गांव के अधिकतर ग्रामीणों ग्राम प्रधान और उसके बेटे सिंगा मुंडा की हत्या करने की योजना बनाई।
योजना को अंजाम देने के लिए ग्रामीणों ने मंगलवार को गांव में बैठक भी की, लेकिन उस दिन अनवरत बारिश होने के कारण इस योजना को टाल दिया गया और दूसरे दिन बुधवार की आधी रात इस नृशंस हत्याकांड को अंजाम दिया गया।
SP ने बताया कि इस हत्याकांड में 22 परिवार वाले को लेकर गांव के अधिकतर घरों के सदस्य सहित 20 से अधिक आरोपित शामिल थे।
आरोपितों में कुछ लोग दूसरे गांव के भी हैं। हत्याकांड में शामिल अन्य फरार आरोपितों की तलाश के लिए Police की छापामारी जारी है। Arrest आरोपितों की निशानदेही पर Police ने हत्या में प्रयुक्त खून लगा डंडा बरामद कर लिया है।